बिजनेस डेस्क, लखनऊ: पीरामल एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, पीरामल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, जिसे पीरामल फाइनेंस के रूप में जाना जाता है, उसने हाल ही में घोषणा की है कि उसकी कुल प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) 68,845 करोड़ रुपये में से 70 प्रतिशत हिस्सेदारी खुदरा ऋण व्यवसाय की रही। कंपनी की योजना अपने खुदरा पोर्टफोलियो का तेज़ी से विस्तार करने और देश के उन इलाकों में पहुंच प्रदान करने की है जहां अभी सेवा उपलब्ध हैं या उपलब्ध है तो आवश्यकता से कम है। उत्तर प्रदेश में, कंपनी की 45 शाखाएं लखनऊ, वाराणसी, मेरठ, कानपुर, मथुरा, नोएडा, गोरखपुर जैसे शहरों में स्थित हैं। खुदरा ऋण पोर्टफोलियो में मुख्य रूप से गृह ऋण, लघु व्यवसाय ऋण, पुरानी कार पर मिलने वाला ऋण और बगैर कोलैटरल वाला ऋण शामिल है।
खुदरा कारोबार में वृद्धि
कंपनी के नवोन्मेष ने, ‘प्रौद्योगिकी समर्थित ऋण’ के साथ देश के लोगों की सेवा के लिए एक बहु-उत्पाद खुदरा ऋण मंच के विकास को गति प्रदान की है। इसके तहत ऋण का वितरण भौतिक रूप से किया जाता है और बेहतर सेवा तथा परिचालन के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जाता है। कंपनी 13 से अधिक ऋण उत्पाद पेश करती है, जिनमें गृह, व्यवसाय, व्यक्तिगत और पुरानी कार से जुड़ा ऋण शामिल है। पीरामल फाइनेंस भारत की सबसे बड़ी राष्ट्रीय एनबीएफसी में से एक है और अपने कुल लोन बुक में खुदरा कारोबार को बढ़ाकर 75 प्रतिशत तक और शेष 25 प्रतिशत को थोक ऋण का करने की योजना बना रही है। वित्त वर्ष ’24 की चौथी तिमाही के अनुसार, खुदरा ऋण की हिस्सेदारी लगभग 70 प्रतिशत यानी लगभग 48,000 करोड़ रुपये थी, जबकि थोक ऋण की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत रही।
शाखा नेटवर्क का विस्तार
कंपनी ने वित्त वर्ष 2028 तक अपने एयूएम को मौजूदा स्तर से बढ़ाकर 1.5 लाख करोड़ रुपये करने का लक्ष्य रखा है। पीरामल फाइनेंस के एमडी, जयराम श्रीधरन ने कहा, “पीरामल फाइनेंस में हमें वित्त वर्ष 2024 में खुदरा ऋण में शानदार वृद्धि से खुशी है और हम इस गति को बनाए रखने के लिए समर्पित हैं। उत्तर प्रदेश हमारे लिए एक मज़बूत विकास बाजार बना हुआ है, और हमें इस सफलता को बनाए रखने की अपनी क्षमता पर पूरा भरोसा है। हम प्रौद्योगिकी में निवेश कर और अपने शाखा नेटवर्क का विस्तार कर भारत में, विशेष रूप से टियर-2 और टियर-3 शहरों में बजट के प्रति संवेदनशील ग्राहकों की सेवा करना जारी रखेंगे। हमारा लक्ष्य है, गैर-मेट्रो बाज़ारों में गहराई से प्रवेश कर आर्थिक प्रगति में मदद करना और हमारे ग्राहकों के लिए मूल्य अनलॉक करना।
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