लखनऊ। हिंदू धर्म प्राचीन काल से अनेक धार्मिक परंपराओं एवं आस्था का केंद्र रहा है। हिंदू धर्म में अपनी परंपराओं को लेकर एक अलग ही आस्था होती है। इसी क्रम में हिंदू धर्म में 16 संस्कार प्रमुख रूप से माने गए हैं, जिनमें प्रमुख रूप से उपनयन संस्कार भी है। उपनयन संस्कार से व्यक्ति मानव से महामानव बन जाता है। इस तरह के कार्यक्रमों को संपन्न करने के लिए तथा समाज में धार्मिक आस्था बढ़ाने के लिए,
लखनऊ में अपने आप में एक विलक्षण प्रतिभा लिए हुए अखिल भारतीय ब्रह्म समाज का एक संगठन है, जो इस तरह के कई कार्यक्रम संचालित कर देश एवं समाज को एक नई दिशा दे रहा है। इसी क्रम में लखनऊ स्थित अलीगंज हनुमान मंदिर निकट कपूरथला चौराहा, लखनऊ में अखिल भारतीय ब्रह्म समाज का 22 वां सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार धूमधाम से सम्पन्न हुआ।
ब्राह्मण संगठनों के प्रतिनिधियों ने लिया हिस्सा
कार्यक्रम में काशी, चित्रकूट एवं नैमिषारण्य के विद्वान आचार्यों द्वारा 85 बटुकों का जनेऊ संस्कार कराया गया, जिसमें अवध क्षेत्र के कई जिलों के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। बरूआ खिलाने से प्रातः 8 बजे शुरू हुआ संस्कार, मुण्डन, यज्ञ, वेदी पूजा, भिक्षा कार्यक्रम और बैण्ड बाजे के साथ काशी पढ़ने के बाद मामाजी के द्वारा मनाये जाने के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर विभिन्न ब्राह्मण संगठनों के प्रतिनिधियों सहित, अखिल भारतीय ब्रह्म समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीपी अवस्थी, कार्यवाहक अध्यक्ष कोमल द्विवेदी,
महामंत्री देवेन्द्र शुक्ल, कोषाध्यक्ष प्रेम कुमार मिश्र, उपाध्यक्ष दया शंकर पाण्डेय, राम कुमार चौबे, उपमहामंत्री राम कृष्ण त्रिपाठी, संजीव गिरी, गिरिजा शंकर त्रिपाठी, मीडिया प्रभारी अर्जुन द्विवेदी, हरिश्चंद्र तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष विजय त्रिपाठी, गिरिजा शंकर त्रिपाठी, महासचिव कौशिक बनर्जी, कोषाध्यक्ष गोविन्द मिश्र, धारा नाथ मिश्र, जेपी पांडे, लखनऊ जनपद अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ल, सचिव शैलेन्द्र शुक्ल, कार्यवाहक सचिव रमा शंकर बाजपेयी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला समेत आदि पदाधिकारी मौजूद रहे।
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