नईदिल्ली। अभी तक इंडिया गठबंधन में संयोजक के पद के लिए मुंह फुलाए बैठे नीतीश कुमार शनिवार को उस समय पलटी मार गए जब उन्हें गठबंधन का अध्यक्ष बनाया जाने लगा। इसके बाद मजबूरी में मल्लिका अर्जुन खरगे को गठबंधन का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। दरअसल सीट बंटवारे को लेकर शुरू हुई राढ़ से कई दल ऐसे नाराज है कि वह बैठक में शामिल नहीं होना चाहते, उनका मानना सीट बंटवारे को लेकर हो रही देरी से चुनाव प्रचार और प्रत्याशी चयन में समस्या आएगी। इसके अलावा कई दल कांग्रेस को उसकी औकात के हिसाब से सीट देना चाहती है,जिसे कांग्रेसी हजम नहीं कर पा रहे है।
नीतीश ने दी सलाह
शनिवार को हुई विपक्षी गठबंधन की वर्चुअल बैठक में नीतीश कुमार ने सलाह दी कि कांग्रेस में से किसी को यह जिम्मेदारी लेनी चाहिए। गौरतलब है कि पिछली बैठक में भी टीएमसी चीफ ममता बनर्जी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की बात कही थी।
बैठक में ये नेता हुए शामिल
इंडिया गठबंधन की वर्चुअली बैठक करीब दो घंटे चली और इस बैठक में सीट बंटवारे के लिए रणनीति बनाने और गठबंधन का संयोजक बनाने पर चर्चा हुई। जिसमें 10 पार्टियों के नेता शामिल हुए। बैठक में नीतीश कुमार, एमके स्टालिन, शरद पवार, डी राजा, मल्लिकार्जुन खरगे, उमर अब्दुल्ला, राहुल गांधी, सीताराम येचुरी, लालू यादव-तेजस्वी यादव, अरविंद केजरीवाल शामिल हैं। हालांकि बैठक से पहले ही विपक्ष को झटका लगा जब पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल होने से मना कर दिया। साथ ही शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे और सपा नेता अखिलेश यादव भी विपक्षी गठबंधन की इस बैठक में शामिल नहीं हुए।
टीएमसी और कांग्रेस में टकराव
ममता बनर्जी के बैठक में शामिल नहीं होने पर टीएमसी ने कहा कि उन्हें बैठक के लिए शॉर्ट नोटिस पर सूचना दी गई और साथ ही कांग्रेस ने बैठक के एजेंडे के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी। हाल के दिनों में यह दूसरी बार है जब टीएमसी ने कांग्रेस के साथ बैठक से इनकार किया है। गुरुवार को ही टीएमसी ने बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस के साथ बैठक से इनकार कर दिया था। दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कांग्रेस को दो सीटें देने की पेशकश कर रही हैं और ज्यादा से ज्यादा तीन पर वह मान सकती हैं, लेकिन कांग्रेस इस पर सहमत नहीं है।
नीतीश की पद में कोई रुचि नहीं
विपक्षी गठबंधन के संयोजक पद के लिए बिहार के सीएम नीतीश कुमार के नाम की चर्चा थी। जदयू नेताओं के बयान से भी ऐसा लगा था कि पार्टी नीतीश के लिए संयोजक का पद चाहती है, लेकिन अब खुद नीतीश कुमार ने साफ कर दिया है कि उनकी संयोजक बनने में कोई रुचि नहीं है। विपक्षी गठबंधन की बैठक पर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा ‘जब मैंने विपक्षी गठबंधन की बैठक के बारे में सुना तो पता चला कि यह एक वर्चुअल बैठक है। वर्चुअल गठबंधन सिर्फ वर्चुअल बैठक ही करेगा। इससे ज्यादा वे कुछ नहीं कर सकते।’ विपक्षी गठबंधन की बैठक को लेकर भाजपा सांसद दिलीप घोष ने तंज कसा है।
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