गाजियाबाद। एक ओर देश में अवैध रिश्तों की वजह से अपने साथी के कत्ल की बाढ़ आई है, वहीं दूसरी ओर यूपी गाजियाबाद जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई हैं। यहां एक जोड़े ने एक साथ दुनिया छोड़ दी, मरने से पहले सुसाइड नोट में लिखा मैं कैंसर पीड़ित हूं, मैं नहीं चाहता कि मेरे इलाज में पैसा खर्च हो जबकि मैं जानता हूं कि बीमारी गंभीर हो गई और मैं बचूंगा नहीं इसलिए मैं अपनी पत्नी के साथ यह दुनिया छोड़ रहा हैं। हमने शादी के पहले साथ- जीने मरने की कसमें खाई थी।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मेरठ के बिजौली के रहने वाले यूपी पुलिस में दारोगा के पद से सेवानिवृत चंद्र स्वरूप त्यागी राधा कुंज कॉलोनी में रहते हैं। उनके पास के ही मकान में उनका इकलौता बेटा प्रॉपर्टी डीलर कुलदीप त्यागी पत्नी अंशु त्यागी और दो बेटों के साथ रहते थे। उन्होंने पांच माह पहले ही बड़े बेटे की शादी की थी। सुबह 11 बजे उनके दोनों बेटे घर की पहली मंजिल पर थे, वह पत्नी के साथ मकान के भूतल पर बने कमरे में थे। अचानक गोली चलने की आवाज आने पर दोनों बेटे नीचे आए तो उन्होंने माता-पिता को खून से लथपथ देखा। मां बेड पर तो पिता फर्श पर पड़े थे। मां के माथे पर और पिता की कनपटी पर गोली लगी थी। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सुसाइड नोट में यह लिखा
मैं कुलदीप त्यागी कैंसर से पीड़ित हूं, जो कि मेरे घर वालों को अभी तक नहीं मालूम था। मैं नहीं चाहता कि मेरे इलाज में पैसा खर्च हो और मैं जब भी न बचूं। इसलिए मैं अपने आप को खत्म कर रहा हूं। अपनी घरवाली को भी अपने साथ लेकर जा रहा हूं, क्योंकि हमने हमेशा साथ रहने की कसम खाई है। ये सब मैं अपनी मर्जी से कर रहा हूं, इसमें किसी का भी कोई दोष नहीं है। खासतौर पर मेरे बच्चों का, वो बहुत अच्छे हैं।
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