प्रयागराज। जिसकी आशंका थी,आखिरकार में वहीं हुआ, मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पवित्र स्नान करने उमड़ा और बुधवार अलसुबह भगदड़ मचने से अव्यवस्था फैल गई, सूत्रों के अनुसार भगदड़ में 20 से अधिक श्रद्धालुओं की मौत हो गई। वहीं अवव्यस्था फैलने से अखाड़ों में प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। अधिकांश अखाड़ों ने अमृत स्नान करने से मना कर दिया। वहीं प्रशासन लोगों से बार—बार जहां है,वहीं से स्नान करने की अपील कर रहा है।
पीएम मोदी ने सीएम योगी से बात
पीएम लगातार कुंभ के हालात पर नजर बनाए हुए हैं और राज्य सरकार से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। वे अब तक 3 बार सीएम से बात कर चुके हैं और स्थिति को सामान्य करने और राहत के निर्देश दे रहे हैं।महाकुंभ हादसे पर अखिलेश यादव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है. श्रद्धांजलि,हमारी सरकार से अपील है किगंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए।मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए।जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं,हैलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए।
सीएम ने की श्रद्धालुओं से अपील
महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद सीएम योगी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वह संगम नोज जाने के बजाय निकट के घाट पर स्नान कर लें। सीएम योगी ने कहा है कि स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं। लोग वहां स्नान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रशासन के नियमों का ध्यान रखें और किसी प्रकार की अफवाह में न आएं।
अखिलेश यादव ने जताई चिंता
सतयुग से चली आ रही शाही स्नान की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच मौनी अमावस्या के शाही स्नान को संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए।अखिलेश ने आगे कहा कि श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें। सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे. हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना।
जूना अखाड़े की अपील
महाकुंभ में मची भगदड़ से हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, अब 20 मौतों की आशंका जताई जा रही है. हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अखाड़ा परिषद के महामंत्री और जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि ने अपील की है कि लोग जहां भी हैं, वहीं गंगा में स्नान करके अपने घर लौट जाएं. महाकुंभ में भगदड़ के बाद महंत ने कहा कि प्रयागराज की सीमा के अंदर हो या बाहर, गंगा स्नान करने पर वही पुण्य मिलेगा।
श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक
महाकुंभ क्षेत्र में भगदड़ जैसी स्थिति पर साध्वी निरंजन ज्योति का कहना है, यह एक दुखद घटना है. जो कुछ भी हुआ वह सही नहीं था. अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अपना अमृत स्नान रद्द करने का फैसला किया है, एकत्रित श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक है, मैं लोगों से अपील करता हूं कि पूरा मेला क्षेत्र कुंभ है, इसलिए वे केवल त्रिवेणी घाट पर ही नहीं बल्कि किसी भी घाट पर स्नान कर सकते हैं।