नईदिल्ली। मौसम विभाग ने देश के 14 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं उत्तरप्रदेश राजस्थान,मध्य प्रदेश, ओडिशा और झारखंड में तीन दिन से बारिश का दौर जारी है। कही— कही अगैती धान और गन्ने की फसल को नुकसान है और कही— कही फायदा है। वहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश ने 36 घंटों में 47 लोगों की जान ले ली। इनमें उत्तर प्रदेश में 32, मध्य प्रदेश में 11 और राजस्थान में चार मौतें शामिल हैं। अधिकतर मौतें दीवार और घर गिरने से हुई हैं। हादसों में 38 लोग घायल भी हुए हैं। शुक्रवार को प्रदेश में सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। मौसम विभाग ने अभी तीन दिन और हिमाचल और उत्तराखंड समेत 14 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
इन राज्यों में होगी भारी बारिश
मौसम विज्ञान विभाग ने अगले तीन दिन उत्तर से लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से भारी बारिश की चेतावनी दी है। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड शामिल हैं। आईएमडी ने कहा कि मध्य भारत में बने गहरे कम दबाव के क्षेत्र की वजह से यूपी और उत्तराखंड में भारी बारिश होगी। हरियाणा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी इसकी वजह से कुछ क्षेत्रों में भारी बरसात होने की आशंका है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पश्चिमी मध्य प्रदेश में कई स्थानों पर अचानक बाढ़ आने का खतरा भी है।
अलीगढ़ में ट्रैक पर भरा पानी
अलीगढ़ स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से यातायात बाधित हो गया। सिग्नल फेल होने से 10 ट्रेनें जहां-तहां रुक गईं। करीब ढाई घंटे बाद सिग्नल सही कराकर इन्हें गुजारा गया। जलभराव के चलते अन्य ट्रेनों को भी धीमी गति से गुजारा गया। बारिश की चेतावनी के बाद अलीगढ़ के साथ ही हाथरस में शुक्रवार को कक्षा 12वीं तक के स्कूल बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। भारी बारिश के चलते मथुरा में राष्ट्रीय राजमार्ग-19 आगरा-दिल्ली मार्ग पर सुबह से लेकर शाम तक करीब तीन किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा।
मध्य प्रदेश में 11 लोगों की मौत
दतिया बारिश से गुरुवार तड़के करीब चार बजे खलकापुरा इलाके में राजगढ़ किले की दीवार भरभरा कर पास के एक घर पर गिर गई। घर में एक ही परिवार के नौ लोग सोए थे और सभी मलबे में दब गए। स्थानीय लोगों ने किसी तरह मलबे से दो लोगों को जिंदा निकाला। जिला प्रशासन, पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंची और बचाव शुरू किया। रास्ता संकरा होने से किले की दीवार को तोड़कर जेसीबी मशीन अंदर गई और मलबा साफ किया, लेकिन तब सात लोगों की मौत हो चुकी थी। इसके अलावा ग्वालियर में तीन और भिंड में एक व्यक्ति की जान गई है।
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