फिरोजाबाद। दोबारा यूपी सिपाही भर्ती परीक्षा से पहले पुलिस के हाथ पहली परीक्षा में धांधली में शामिल सॉल्वर गैंग का सरगना पुलिस के हाथ लग गया। उसके साथ ही एक दस हजार का इनामी और पकड़ा गया है। पुलिस को दोनों ही आरोपियों की लंबे समय से तलाश थी। दोनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेजा है।
सात माह से तलाश रही थी पुलिस
बता दें कि 18 फरवरी 2024 को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग के सदस्यों ने पेपर लीक कराया था। सॉल्वर गैंग ने परीक्षार्थियों से लाखों रुपये लेकर उनके स्थान पर अपनी गैंग के सदस्यों को बैठाकर परीक्षा दिलाई थी। पुलिस एवं एसओजी ने परीक्षा के दौरान सॉल्वर गैंग के कई सदस्यों एवं मूल परीक्षार्थियों को हिरासत में लेकर जेल भेजा था। तभी से यूपी पुलिस को इस परीक्षा में हुई धांधली के आरोपी रजनेश निवासी जाफराबाद, थाना मक्खनपुर एवं मूल परीक्षार्थी सिंटू निवासी गहेरी, थाना एका की सात माह से तलाश थी। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
मंगलवार को पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि रजनेश सुभाष तिराहा एवं सिंटू हाईवे कट के समीप है। दोनों ही कहीं भागने की फिराक में हैं। पुलिस ने मुखबिर की बताई जगह पर कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को पकड़ लिया।कानूनी कार्रवाई करते हुए दोनों को कोर्ट में पेश किया गया,जहां से जेल भेज दिया गया।
रजनेश पर था 10 हजार का इनाम
सॉल्वर गैंग का सरगना रजनेश के मामले की जांच इंस्पेक्टर क्राइम रमेश चन्द्र यादव कर रहे थे। उन्होंने बताया कि रजनेश पर 10 हजार का इनाम था। वहीं वांछित चल रहे आरोपी सिंटू के मामले की जांच एसएसआई योगेन्द्र सिंह कर रहे थे। उन्होंने बताया कि सिंटू के स्थान पर संजू परीक्षा दे रहा था, लेकिन सिंटू फरार चल रहा था। संजू को उसी दौरान परीक्षा देने से पहले ही हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया था। अब मूल परीक्षार्थी आरोपी सिंटू भी पुलिस हिरासत में है। इसको जेल भेजा गया है।
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