#तीन नए आपराधिक कानून भाजपा के फासिस्ट राज की ओर बढे हुए कदम: प्रभु सिंह
04 अगस्त 2024, लखनऊ। ऑल इंडिया लायर्स एसोसिएशन फ़ॉर जस्टिस की उत्तर प्रदेश राज्य कमेटी की बैठक स्थित श्रम कानून सलाहकार संगठन के सभागार में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता आईलाज की केंद्रीय कमेटी के सदस्य तथा सिविल बार एसोसिएशन दुद्धी के पूर्व अध्यक्ष प्रभु सिंह एडवोकेट ने किया। प्रदेश स्तरीय इस महत्वपूर्ण बैठक में पारित प्रस्तावों और निर्णयों के बारे में अवगत कराते हुए राज्य संयोजक और केंद्रीय कमेटी सदस्य नशीर शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने तीन नए आपराधिक कानूनों को संसद में बिना किसी चर्चा और बहस के पास कराकर देश की जनता पर थोप दिए है जो कि पूरी तरह अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कृत्य है। नए तीनो कानूनों में पुलिस को जनता और लोकतांत्रिक ताकतों के दमन की असीमित शक्तियां दे दी हैं जो कि देश की जनता को किसी भी शर्त पर मंजूर नहीं है। नए कानूनों के विरोध में आइलाज सरकार तथा बार काउंसिल ऑफ इंडिया और उत्तर प्रदेश बार काउंसिल से पत्रचार कर कानूनों के निरस्तीकरण हेतु आवश्यक कदम उठाने की मांग करेगी। मीटिंग में उत्तर प्रदेश सरकार के बुलडोजर अभियान की भी कडी निंदा की गई और कहा गया बुलडोजर चला कर गरीबों के घर और बस्तियों को ध्वस्त करने की कार्यवाही लोक कल्याणकारी राज्य की अवधारणा के खिलाफ होने के साथ ही अमानवीय व आपराधिक कृत्य है। प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि उत्तर प्रदेश सरकार को अकबरपुर के निवासियों को फिर से उसी जगह पर मुआवजे सहित पुनर्वासित करना चाहिए। बैठक में नजूल सम्पत्ति विधेयक जनहित में तत्काल वापस लेने की मांग हेतु प्रस्ताव पारित किया गया।
मीटिंग में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म द्वारा चुनाव की काउंटिंग में उजागर की गई विसंगतियों पर भी चर्चा की गई। और कहा गया कि तमाम सवालों के बावजूद काउंटिंग में आई विसंगतियों पर चुनाव आयोग कोई स्पस्टीकरण नहीं दे रहा है जोकि लोकतंत्र व विधि के शासन के लिए अशुभ है।
मीटिंग में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास करते हुए प्रोटेक्शन आफ एडवोकेट ऐक्ट को लागू करने तथा राजस्थान सरकार की तर्ज पर अधिवक्ता कल्याण निधि की राशि 14 लाख रुपए करने की मांग की गई।
मीटिंग में निर्णय लिया गया कि पास किए गये सभी प्रस्तावों पर अभियान चलाते हुए आइलाज अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में अपना राज्य सम्मेलन आयोजित करेगी।
बैठक में राज्य संयोजक नासिर शाह, प्रयागराज से एडवोकेट माता प्रसाद पाल,गोरखपुर से एडवोकेट सुभाष पाल, पीलीभीत से एडवोकेट शम्स विकास, लखनऊ से एडवोकेट वीरेंद्र त्रिपाठी, एडवोकेट रमेश सिंग सेंगर, सीतापुर से विकास वर्मा, लखनऊ से आशुतोष पाल लखनऊ से राधेश्याम मौर्य और कानपुर से अमितेश अग्निहोत्री आदि शामिल हुए।