लखनऊ। योगी सरकार अवैध निर्माण पर लगातार कार्रवाई कर रही है, इसी क्रम में अकबर नगर को जमीदोज कर दिया था, इसके बाद पंतनगर, खुर्रमनगर, अबरार नगर समेत कुकरैल नदी किनारे के बने मकानों को तोड़ा जाना था, लेकिन लोगों के विरोध मे बाद योगी सरकार ने पीछे हटते हुए अपने कदम पीछे खींच लिए। इसके बाद यहां के लोगों ने ढोल नगाड़े बजाकर जमकर जश्न मनाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अफसरों के साथ हुई बैठक में ये निर्देश दिया है। सीएम ने अफसरों से पूछा कि कुकरैल नदी के दोनों तरफ 50-50 मीटर का दायरा किसने तय किया? उन्होंने स्पष्ट किया कि नदी अपने वर्तमान स्वरूप यानी केवल 35 मीटर में ही रहेगी।
35मीटर को रखा जाएगा सुरक्षित
मुख्यमंत्री ने लखनऊ के जिलाधिकारी, कमिश्नर, नगर आयुक्त और एलडीए उपाध्यक्ष को तत्काल आदेश का पालन करने के लिए कहा है। नगर आयुक्त डॉ. इंद्रजीत सिंह ने बताया कि अब कोई भी निर्माण तोड़ा नहीं जाएगा। नदी 35 मीटर में पहले से बह रही है। उतने में ही नदी रहेगी। कुकरैल रिवरफ्रंट के दायरे में अकबरनगर के बाद आए रहीमनगर, खुर्रमनगर, पंतनगर, इंद्रप्रस्थनगर और अबरारनगर के लोग अपने घरों को अवैध बताकर लाल निशान लगाए जाने से काफी गुस्से और दुख में थे। शनिवार, रविवार को इसके विरोध में अलग-अलग तरह से प्रदर्शन करने वाले इलाके के लोग सोमवार रात अचानक शंख, ढोल, नगाड़े बजाने लगे
स्थानीय लोगों ने की थी मांग
स्थानीय लोग सीएम योगी आदित्यनाथ, बाबा गोरखनाथ की जय-जयकार करने लगे। रिवरफ्रंट के दायरे में आए रहीमनगर के विजय शुक्ला ने बताया कि सरकार ने उनकी गुहार सुन ली है। फिलहाल उनके घरों के ध्वस्तीकरण पर रोक लगा दी गई है। राहुल शर्मा ने कहा, हम यही नहीं समझ पा रहे थे कि हमारे घर अवैध कैसे हो गए हैं? मांग की जा रही थी कि ध्वस्तीकरण को रोका जाए। हमारी मांग मानकर बड़ी राहत दी गई है। गुंजन शुक्ला ने खुश होकर कहा कि अब हमारे घर नहीं तोड़े जाएंगे।
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