हाथरस। योगी आदित्यनाथ बुधवार को हाथरस पहुंचे और हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि इसकी न्यायिक जांच होगी,घटना के दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि ये राजनीति का समय नहीं है, मैं और उत्तर प्रदेश सरकार पीड़ितों के साथ है और उनकी हर संभव सहायता की जाएगी। सीएम योगी ने अब से कुछ देर पहले मीडिया से संवाद में कहा कि सिलसिलेवार तरीके से इस पूरे घटना की जांच कराने के लिए एडीजी समेत कई अधिकारियों की टीम गठित की गई है। साथ ही हादसे की जांच के लिए हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी।
घायलों का चल रहा इलाज
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस हादसे में 121 श्रद्धालुओं की मौत हुई जो प्रदेश के साथ हरियाणा, राजस्थान और मध्यप्रदेश से आये थे। उत्तरप्रदेश के हाथरस,बदायूं कासगंज,अलीगढ़, एटा,ललितपुर शाहजहांपुर फिरोजाबाद मथुरा औरैया,पीलीभीत सोनभद्र सहित 16 जिलो से आये लोग भी इसमें शामिल थे। सीएम योगी ने कहा कि हाथरस के अस्पताल में 31 घायलों का जबकि अन्य का एटा और आगरा के अस्पतालों में इलाज चल रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने जो घायलों से बात की उन्होने कहा कि हादसा कार्यक्रम के बाद हुआ।
लापरवाहों पर होगी कार्रवाई
सत्संग के बाद महिलाओं का एक दल कथावाचक को छूने के लिए बढ़े,सेवादारो से धक्का मुक्की हुई जिसके बाद जीटी रोड के पास ये बड़ा हादसा हुआ। सीएम योगी ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम में जो सेवादार होते है वो प्रशासन को कार्यक्रम में घुसने नही देते,जब हादसा हुआ तो अस्पताल ले जाने के दौरान सारे सेवादार भाग गए। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हमने एडीजी के निर्देशन में जांच कमेटी गठित की है, आयोजको से जांच में पूछताछ होगी,लापरवाही पर सबकी जवाबदेही तय होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इसका खंडन नहीं करते कि इस तरह के हादसे नहीं हो सकते, लेकिन इस घटना के पीछे साज़िश किसकी है इसकी जांच हम एक ज्यूडिशियल इंक्वायरी से करवाएंगे जिसमे हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज व प्रशासनिक रिटायर्ड अधिकारी होंगे शामिल रहेंगे। इसके बाद उनके सुझाव को हम आगे लागू करेंगे जिससे भविष्य में ऐसी घटना दोबारा न हो।
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