लखनऊ: लोकतंत्र को मजबूत करने को मतदाताओं ने किया मतदान, ईवीएम में कैद हुआ दो केन्द्रीय मंत्रियों का भविष्य

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बलरामपुर अस्पताल में चीफ फार्मेसिस्ट के पद पर कार्यरत सुरेश मणि त्रिपाठी ने अपने पुत्र विभव मणि त्रिपाठी संग बख्शी का तालाब स्थित मतदान केन्द्र में मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत करने का संकल्प लिया।

लखनऊ। लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में जनपद लखनऊ में शाम 6 बजे तक 56.64 प्रतिशत मतदान हुआ। इसमें लखनऊ लोकसभा सीट में 52.03 और मोहनलालगंज लोकसभा सीट पर 62.53 फीसदी वोटिंग हुई। इससे पहले मतदान सुबह सात बजे से शुरु हुआ। पांचवे चरण में लखनऊ और मोहनलालगंज सीट से भाजपा के दो केन्द्रीय मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।

मोहनलालगंज से भाजपा के उम्मीदवार केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर और लखनऊ सीट से भाजपा के प्रत्याशी रक्षामंत्री राजनाथ सिंह का भविष्य सोमवार को ईवीएम में कैद हो गया। लखनऊ सीट पर शाम 6 बजे तक 52.03 प्रतिशत और मोहनलालगंज सीट पर 62.53 फीसदी मतदान हुआ। शाम छह बजे तक कुल 56.64 प्रतिशत वोट पड़े। वर्ष 2019 में मोहनलालगंज सीट पर 62.74 और लखनऊ सीट पर 54.72 फीसदी मतदान हुआ था।

मोहनलालगंज सीट से कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में

बताते चलें कि मोहनलालगंज सीट से कुल 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। जिसमें भाजपा से कौशल किशोर, सपा से आरके चौधरी, बसपा से राजेश कुमार उर्फ मनोज प्रधान, राष्ट्रीय समाज पक्ष से बृजेश कुमार विक्रम, पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) से एसएल0 सिंह, आम जनता पार्टी (इंडिया) से सुनीता छेदा पासी, सरदार पटेल सिद्धान्त पार्टी से सूरज कुमार, निर्दलीय प्रत्याशियों में जितेन्द्र कुमार, महेन्द्र, रमेश कुमार, सुशील कुमार रावत है।

लोकसभा लखनऊ सीट से 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने सपरिवार चित्रगुप्त नगर वार्ड के बेसिक प्राथमिक विद्यालय कनौसी के भोला खेड़ा बूथ संख्या 100 पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उनके साथ क्षेत्र के पार्षद नरेंद्र पाल पप्पू एवं विजेता संदीप पाल मौजूद रहे।

वहीं लोकसभा लखनऊ सीट से कुल 10 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। बसपा से मोहम्मद सरवर मलिक, सपा से रविदास मेहरोत्रा, भाजपा से राजनाथ सिंह, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से मो. अहमद उर्फ रिंकू, मेरा अधिकार राष्टï्रीय दल से कपिल मोहन चौधरी, हिन्दु समाज पार्टी से गौरव वर्मा, किसान विश्व पार्टी से बृजेश कुमार यादव, सरवर पार्टी से सरवर अली, निर्दलीय प्रत्याशियों में अखंड प्रताप सिंह, इश्तियाक अली है।

आदर्श मतदान केन्द्र पर बुजुर्ग ने जताई नाराजगी

राजधानी लखनऊ के शेरवुड अकादमी में बने आदर्श मतदान केन्द्र पर वोट डालने पहुंचे बुजुर्ग ओंकार सिंह ने नाराजगी जताई। ओंकार सिंह का कहना है कि बुजुर्गों के लिए ई रिक्शा की व्यवस्था की गई थी। जिससे बुजुर्ग आसानी से मतदान करने जा सकें ,

लेकिन यहां पर ऐसा देखने को नहीं मिला। उन्होंने कहा कि उनके पड़ोस में कई बुजुर्ग रहते हैं लेकिन निर्वाचन आयोग के निर्देशों के बाद भी उनके लिए ई-रिक्शा की व्यवस्था नहीं कराई गई है। उन्हें पैदल चलकर मतदान केन्द्र तक आना पड़ा है। हालांकि इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने उन्हें ई रिक्शा उपलब्ध कराने का वादा किया।

विकास को ध्यान में रखते हुआ किया वोट

पांचवें चरण की चल रही चुनाव प्रक्रिया में पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। काफी संख्या में वोटर मतदान करने पहुंच रहे हैं और अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इटौंजा के उच्च प्राथमिक विद्यालय में पहली बार मतदान करने वाली जानहवी त्रिपाठी ने कहा कि मुझे पहली बार मतदान करने में बहुत खुशी हो रही है।

मैं काफी दिन से वोटिंग का इंतजार कर रही थी और आज यहां आकर मतदान किया। यहां तमाम अन्य सुविधाएं भी अच्छी मिली। जानहवी ने कहा कि उसने डेवलपमेंट के मुद्दे पर वोट किया है। बाकी देश के विकास के लिए हमने मतदान किया है।

बीएलओ दिखे परेशान

बीकेटी स्थित अधिकतर मतदान केन्द्रों पर बीएलओ परेशान दिखे। उनका कहना था कि हमारे बैठने के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की गयी। बिना पंखा के जहां पर चाहा वहां पर बैठा दिया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय देवरई कला बीकेटी के मतदान केन्द्र पर तैनात बीएलओ सुधा मौर्या जो पैरों से विकलांग है। उन्होंने बताया कि हम लोगों जहां पर चाहा बैठा दिया गया है। हर घंटे में वोट प्रतिशत की रिपोर्ट लेने बूथ तक जाना पड़ता है। इतनी कड़ी धूप में काम करना बड़ा मुश्किल हो रहा है।

मतदान केन्द्र की दूरी भी मतदाताओं के लिए बनी समस्या

बुजुर्गों और विकलांगों को भी वोट डालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। कहने को तो प्रशासन ने बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं के लिए तमाम तरह के वादे किये थे लेकिन मतदान केन्द्रों की दूरी ज्यादा होने की वजह से काफी परेशानी हुई। प्रशासन ने मतदान केन्द्रों तक ले जाने और वापस छोड़ने के लिए ई रिक्शा सहित अन्य वाहन चलवाने की बात कही थी,

लेकिन जरूरत के अनुसार वाहन नहीं चले। बुजुर्ग और दिव्यांग को लिफ्ट लेकर वोट डालने जाना पड़ा। सहारा स्टेट स्थित लखनऊ पब्लिक कालेज में मतदान केन्द्र पर भाजपा के वरिष्ठï कार्यकर्ता मनोज सिंह ने बताया कि उनके पास जिसका भी फोन आया उसको उन्होंने घर से मतदान केन्द्र लाकर वोट डलवाया और वापस घर छोड़ा।

यही हाल विकलांग बलदेव प्रसाद मौर्य का रहा। बलदेव दोनों पैरो से लाचार है किसी तरह अपने बेटे भूपेन्द्र प्रसाद मौर्य के साथ बाइक से वोट डालने पहुंचे। उन्होंने कहा कि जबसे वोट डालना शुरू किया है आज तक किसी भी चुनाव में नहीं वोट करना नहीं भूले।

दूरी और कड़ी धूप के वाबजूद वोट करने पहुंचे मतदाता

लखनऊ पूर्वी विधानसभा के अंतर्गत माउंट फोर्ट इंटर कॉलेज पोलिंग बूथ पर अपने भाई इमेजिन ग्रुप के अध्यक्ष अमित अग्रवाल संग राष्ट्रीय लोकदल के व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रोहित अग्रवाल ने किया मतदान।

शहर की अपेक्षा ग्रामीण अंचल में वोट ज्यादा पड़े। जहां सुबह से ही मतदान केन्द्रों पर वोट देने वालों की लाइने लगने लगी तो वहीं 9 बजे के बाद कड़ी धूप में भी लाइन कम होते नहीं दिखी। मतदान केन्द्र से 4 से 6 किलोमीटर दूर होने के बाद भी लोग वोट किसी न किसी साधन से और पैदल वोट करने पहुंच रहे थे।

बीकेटी तहसील अंतर्गत आने वाले कई मतदान केन्द्रों पर यह नजारा देखने को मिला। प्राथमिक विद्यालय अजनहर पर वोट करने आयी फातिमा, नूरजहां और शबनम ने बताया कि वह भिटौली में रहती है। उनका घर मतदान केन्द्र से 5 किलोमीटर दूर है फिर भी वोट डालने आयी है। इसी तरह बीकेटी के कठवारा स्थित कम्पोजिट स्कूल में बने 4 बूथों पर लम्बी लाइन मिली।

इस मतदान केन्द्र पर आठ गांव के 6 हजार वोटर है। मतदान केन्द्र की दूरी 3 से 4 किलोमीटर है। यही हाल प्राथमिक विद्यालय अर्जुनपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय इंटौजा में देखने को मिला। दूरी चाहे कितनी हो पर वोट डालने आ रहे महिला बुजुर्ग और युवाओं का जज्बा देखते बन रहा है। सभी लोग शांति से बिना प्रशासन को कोसे वोट डालने आते दिखे।

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