बागपत। यूपी के बागपत जिले के बड़ौत के हलालपुर गांव में दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत दरोगा जितेंद्र के बेटे मनीष ने मां और पत्नी के बीच रोज- रोज हो रहे झगड़े से तंग आकर दोनों की बेरहमी से हत्या कर दी। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि पत्नी और मां के बीच रोज किसी न किसी बात काे लेकर झगड़ा होता था। कभी पत्नी के सुबह को देरी से उठने को लेकर झगड़ा हो जाता था तो कभी खाना बनाने को लेकर।
उसकी मां अलग शिकायत करती थी तो पत्नी अकेले में अलग से कहती थी,इससे वह तंग आ चुका था। उसने बताया कि उसकी पत्नी और मां के बीच मंगलवार को भी झगड़ा हो गया तो वह दोपहर बाद छत पर कमरे में पत्नी वर्षा के पास सब्जी काटने वाला चाकू लेकर गया। उसने पत्नी से पहले कहा कि सॉरी, मुझे माफ कर देना। इसके बाद गर्दन पर चाकू चला दिया। उसने शुरुआत में विरोध जताया, मगर कुछ सेकेंड बाद वह विरोध नहीं कर सकी। पत्नी को मारने के बाद मनीष नीचे कमरे में आया और वहां सोते हुए मां सरोज की गर्दन काटकर हत्या कर दी।
नहर में चाकू फेंककर कांधला चला गया
मनीष नेशनल लेवल की पावर लिफ्टिंग में बेंच प्रेस की तैयारी कर रहा था और वहां फूड सप्लीमेंट की दुकान पर जाता था। इसलिए उसने हत्या करने के बाद वहां जाने की योजना बनाई, जिससे किसी को उस पर शक नहीं हो। उसने पहले खून में सनेकपड़े व चाकू एक पॉलीथिन में रखे और उनको गांव के बाहर नहर में फेंक दिया।
इसके बाद वह कांधला चला गया और सप्लीमेंट देखने लगा, तभी उसकी मां को बुलाने पड़ोसी नरेंद्र की पत्नी गीता घर पर आई तो दोनों की लाश देखकर उसकी चींख निकल गई। उसने मनीष को फोन करके हत्या के बारे में बताकर घर जल्दी आने के लिए कहा तो वह वापस घर आया।