नईदिल्ली। भाजपा हाईकमान अपने हर फैसले से हर बार सबकों चौंकाती है। पांचवीं 111 प्रत्याशियों की सूची में 37 मौजूदा सांसदों का टिकट काटकर हर किसी को हैरान कर दिया। प्रमुख हस्तियों में बरेली संतोष गंगवार, पीलीभीत से वरुण गांधी, बदायूं से संघ मित्रा के साथ ही गाजियाबाद से वीके सिंह का नाम कटने से उनके समर्थकों में निराशा है। वहीं बची हुई सीटों को लेकर कयास लगने शुरू हो गए। अरुण गोविल और कंगना रनौत को मैदान में उतारकर कई महत्वाकांक्षा पूरी करने की कोशिश की।
इन्हें मिला मौका
बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को संबलपुर से मैदान में उतारा है। पुरी से बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा चुनाव लड़ेंगे। भाजपा ने कर्नाटक से छह बार के सांसद अनंत कुमार हेगड़े को टिकट नहीं दिया, जिनकी संविधान पर हालिया टिप्पणी से बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया था। अन्य दलों को छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कई नेता सीता सोरेन, तापस रॉय और एन किरण कुमार रेड्डी को भी टिकट दी गई है। पूर्व कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल और जितिन प्रसाद को
सुरेंद्र राहुल गांधी को देंगे टक्कर
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को बीजेपी के केरल अध्यक्ष के सुरेंद्र वायनाड से टक्कर देंगे। संदेशखाली पीड़ितों में से एक रेखा पात्रा को पश्चिम बंगाल के बशीरहाट से मैदान में उतारा गया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को बेगुसराय से और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से बीजेपी का टिकट मिला र्ह। मेनका गांधी को सुल्तानपुर से दोबारा मौका दिया गया है। गाजियाबाद से दो बार के सांसद वी के सिंह की जगह अतुल गर्ग ने ली है।झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को दुमका से उम्मीदवार बनाया गया है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार बेलगाम से चुनाव लड़ेंगे।कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल के तमलुक से चुनाव लड़ेंगे।
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