मुंबई। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को लगातार झटके लग रहे है। हाईकमान की तानाशाही से तंग कांग्रेस के पुराने साथी पार्टी छोड़ रहे है। महाराष्ट्रा में मिलिंद देवड़ा, बाबा सिदृीकी के बाद पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने पार्टी छोड़ दी। उन्होंने स्पीकर को अपना इस्तीफा भेजा। साथ ही कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता भी छोड़ने का एलान किया है।
कयास लगाए जा रहे है कि वह सत्तासीन भाजपा-शिवसेना-राकांपा गठबंधन में शामिल हो सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले को लिखे एक पत्र में चह्वाण (65) ने कहा कि वह पार्टी छोड़ रहे हैं। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को भी विधायक के रूप में अपना इस्तीफा सौंपा।
देवेंद्र फडणवीस ने किया इशारा
चह्वाण के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने इशारों-इशारों में चव्हाण के भाजपा में शामिल होने के संकेत दिए। फडणवीस ने कहा, ‘‘आगे-आगे देखो होता है क्या।’’अशोक चह्वाण मराठावाड़ा क्षेत्र में नांदेड क्षेत्र से आते हैं। उनके पिता दिवंगत शंकरराव चह्वाण भी महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे। अशोक चव्हाण विलासराव देशमुख की सरकार में सांस्कृतिक मामलों, उद्योग, खान और प्रोटोकॉल मंत्री रहे।
कांग्रेस से रहा पुराना नाता
वह नांदेड़ जिले की भोकर सीट से 2019 में विधायक बने। वे 2008 से 2009 और फिर 2009 से 2010 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रहे। अशोक चह्वाण ने मुंबई में आदर्श आवासीय घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर 2010 में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। वे दो बार के सांसद और चार बार विधायक हैं। 2015 से 2019 तक महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभाई। 1987 में पहली बार लोकसभा के सांसद चुने गए। 2014 में वे दूसरी बार सांसद बने। इसके अलावा एक बार विधान परिषद के सदस्य भी रहे।
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