अयोध्या। प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बन गई है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु वहां रोज अपने आराध्य के दर्शन को पहुंच रहे है। मंदिर में प्रभु की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही हैं। इसके बाद से श्रद्धालु के आने के सिलसिला तेज होगा, ऐसे में कुछ अपराधी किस्म के लोग डेरा डाल सकते है,ऐसे लोगों की निगरानी के लिए सरकार हजारों सीसीटीवी कैमरे लगवा रही हैं, ताकि कोई भी अपराधी किसी भी श्रद्धालु का अति नहीं कर पाए।
श्रद्धालुओं को प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार
श्रद्धालुओं को बड़ी ही बेसब्री से प्रभु के धाम में उनके विग्रह के प्राण प्रतिष्ठा का इंतजार है। 22 जनवरी को सरकार और मंदिर प्रबंधन कमेटी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी में जुटी हुई है। राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर लोगों में जोश है। इसके लिए देश की जानी मानी हस्तियों के साथ ही मंदिर निर्माण में सहयोग करने वालों को आमंत्रित किया गया है। श्रद्धालुओं ने ट्रेनों से आने के लिए बुकिंग करा लिए है, सरकार ने देश के कोने— कोने से ट्रेन चला रही है।
हर स्थान की होगी निगरानी
अयोध्या के हर स्थान की निगरानी होगी। इसके लिए दो हजार से अधिक कैमरे लगाए जाएंगे। अयोध्या पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 10,548 खुफिया कैमरे लग चुके हैं। इनमें रामनगरी के लगभग 3500 कैमरे शामिल हैं। कोतवाली अयोध्या क्षेत्र में लगभग 2,000, रामजन्मभूमि थाना क्षेत्र में लगभग डेढ़ हजार व नगर कोतवाली क्षेत्र में 710 कैमरे लगे हैं। इसके अलावा रेड जोन व येलो जोन में भी अलग-अलग क्षमता के आधुनिक कैमरे लगे हैं।
भोजन की उत्तम व्यवस्था
अयोध्या धाम आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन की उत्तम व्यवस्था की जाएगी। संघ नेता गजेंद्र सिंह ने बताया कि तीर्थ क्षेत्र पुरम में साधु-संतों व विशिष्ट जनों के लिए खान-पान की व्यवस्था की गई है। यहां छह उपनगर निर्मित किए गए हैं। अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग भोजनालय बनाए गए हैं। बाग बिजेसी के एक नगर में पंजाब का भोजनालय होगा। अन्य नगरों में तेलंगाना, महाराष्ट्र व राजस्थान के भक्तों की ओर से लंगर की व्यवस्था की जाएगी। वहीं अलग-अलग स्थानों पर भी भोजनालय संचालित किया जाएगा। उदासीन आश्रम के सामने स्थित भोजनालय इस्कान मंदिर की ओर से संचालित किया जाएगा। अक्षय पात्र फाउंडेशन ने भी एक भोजनालय अपने जिम्मे लिया है। दक्षिण भारत की अम्मा जी रसोई की ओर से भी भोजनालय संचालित किया जाएगा।
यह व्यंजन होंगे खास
प्रभु के भक्तों के लिए देसी व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा। अयोध्या की गरिमा के अनुरूप पूरी तरह से शुद्ध सात्विक भोजन ही परोसा जाएगा। इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं। अलग-अलग राज्यों की पहचान रखने वाले व्यंजन भी बनेंगे। जैसे लिट्टी-चोखा, राजस्थानी दाल बाटी चूरमा, पंजाबी तड़का, दक्षिण भारतीय मसाला डोसा और इडली, बंगाली रसगुल्ले, जलेबी आदि शमिल है। इसके अलावा कई भक्तों का समूह यहां लंगर चलाएंगे।
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