आगरा। एक कहावत है नशा नाश की जड़ होता है, नशे की वजह से कई परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो गए। इसी क्रम में आगरा का रहने वाला एक हंसता -खेलता परिवार बर्बाद हो गया। आगरा का रहने वाला गौरव शर्मा का परिवार काफी खुश था, लेकिन शराब की लत उसे ऐसी लगी कि सबकुछ उसने बर्बाद कर दिया।आखिर में उसने पत्नी की हत्या करके खुद मेट्रो के आगे कूदकर जान दे दी। पति-पत्नी की मौत के उनका डेढ़ साल का बेटा अनाथ हो गया।
यह दिल दहलाने वाला मामला आगरा के दयालबाग का है, यहां के रहने वाले अशोका एन्क्लेव के गौरव शर्मा पत्नी लक्ष्मी रावत और डेढ़ साल के बच्चे अविरल के साथ डीएलएफ फेज-3 में हंसी खुशी रहते थे। आर्थिक रूप से संपन्न होने के बाद भी नशे की ऐसी लत लगी कि उन्होंने अपने साथ ही पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। नशे की की वजह से दंपती में विवाद होता रहता था। दोनों गुरुग्राम से वापस अपने घर आना चाहते थे। मगर, इससे पहले ही पति ने पत्नी की हत्या करके खुद जान दे दी, इससे उनका डेढ़ साल का लड़का अनाथ हो गया।
तीन साल पहले हुई थी शादी
मृतका लक्ष्मी के पिता और गौरव के ससुर राजेश रावत ने बताया कि तीन साल पहले बीए पास बेटी की शादी इंजीनियर गौरव शर्मा के साथ की थी। गौरव के आगरा में दो मकान हैं और खेती के लिए भी सात एकड़ जमीन भी है। गौरव गुरुग्राम में एक निजी कंपनी में काम करते थे। बीच में कई बार गौरव अपनी परेशानी बताकर उनसे पैसे मांगते थे। इस पर उन्होंने एक माह पूर्व ही उसे 50 हजार रुपये दिए थे।
बेरहमी से की पत्नी की हत्या
राजेश रावत ने बताया कि दामाद ने एक माह पहले नौकरी छोड़ दी थी और घर पर ही रहते थे। चार दिन पहले उसकी बेटी और दामाद से बात हुई थी। इस पर उन्होंने दोनों को गुरुग्राम से आगरा आने को कहा था। इसके लिए उन्होंने अपने आगरा के किराये पर दिए एक मकान को खाली करा दिया था। दोनों को 20-25 दिन में दयालबाग में शिफ्ट होना था। ससुर ने आरोप लगाया कि दामाद गौरव नशे के आदी थे।
वह कई प्रकार के नशे का सेवन करते थे। नशे के खातिर ही बेटी की निर्मम हत्या के बाद डेढ़ साल के बेटे को भी मारने का प्रयास किया। उन्होंने बताया कि पूर्व में नशे के कारण गौरव को नशामुक्ति केंद्र में भी भर्ती कराना पड़ा था। आरोपी चरस, सुल्फा और गांजा जैसे नशीले पदार्थ का सेवन करता था।राजेश रावत ने बताया कि गौरव के माता-पिता ने भी आत्महत्या की थी। परिवार वालों ने गौरव के नशे की लत की बात छिपा ली थी।
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