बिजनेस डेस्क। देश के सबसे बड़े शाखा रहित बैंकिंग और डिजिटल नेटवर्क, पेनियरबाय ने डेटा रिपोर्ट रिटेल-ओ-नॉमिक्स’जारी की। इसमें इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस लेनदेन में अर्ध-शहरी और ग्रामीण स्टोरों पर मात्रा और मूल्य की दृष्टि से क्रमशः 118 प्रतिशत और 106 प्रतिशत की वृद्धि हुई। यह देश में टियर II क्षेत्रों से परे यूपीआई की बढ़ती स्वीकार्यता को दर्शाता है। इसके अलावा, एमपीओएस (मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल) स्वीकृति में भी मूल्य में 5 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जो छोटे व्यापारियों द्वारा अत्याधुनिक तकनीक को तेजी से अपनाये जाने को रेखांकित करता है।
बीमा पॉलिसी में सफलता
बीमा पॉलिसी की खरीद और प्रीमियम संग्रह में लेन-देन की मात्रा में 150 प्रतिशत और नए ग्राहकों के जुड़ाव में 140 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह भारत में बीमा प्रवेश की चुनौतियों का समाधान करने में डिजिटल खुदरा स्टोरों की भूमिका और नागरिकों के लिए बहु-उपयोगिता केंद्रों में उनके क्रमिक विकास को रेखांकित करता है। ये जानकारियां पेनियरबाय द्वारा जारी ‘रिटेल-ओ-नोमिक्स’ शीर्षक वाली पैन-इंडिया रिपोर्ट के तीसरे संस्करण में दी गई हैं। यह रिपोर्ट देश भर में किराना स्टोर, मोबाइल रिचार्ज स्टोर, मेडिकल दुकानें, ग्राहक सेवा बिंदु (सीएसपी), ट्रैवल एजेंट आदि सहित दस लाख से अधिक पेनियरबाय रिटेल टचप्वाइंट पर किए गए लेनदेन के आधार पर तैयार की गई है। निष्कर्षों में जनवरी, 2023 से नवंबर, 2023 तक के व्यावसायिक आंकड़ों की तुलना वर्ष 2022 की समान अवधि से की गई है।
डिजिटल लेनदेन में बदलाव
रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में नए पंजीकृत खुदरा विक्रेताओं की संख्या में 9 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह नजदीकी दुकानों पर वित्तीय और डिजिटल लेनदेन की सुविधा प्रदान करके भारत की विकास कहानी में भाग लेने के लिए खुदरा समुदाय की उत्सुकता को रेखांकित करता है। कुल मिलाकर, लेन-देन में मात्रा और मूल्य दोनों में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई। लेन-देन में न केवल बैंकिंग और वित्तीय सेवाएं शामिल हैं, बल्कि उपयोगिता भुगतान, नकद संग्रह, क्रेडिट, बीमा, सहाय्यित वाणिज्य और अन्य जैसी डिजिटल सेवाएं भी शामिल हैं, जो इन क्षेत्रों में उपभोक्ताओं के बीच उनकी बैंकिंग और जीवन शैली की जरूरतों के लिए सहायक डिजिटल तरीकों की ओर महत्वपूर्ण व्यवहारिक बदलाव का संकेत देता है। यह बदलाव औपचारिक अर्थव्यवस्था में उनके एकीकरण में योगदान दे रहा है।
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