लखनऊ। कभी कोर्ट कचहरी और पुलिस को अपने जूतों की नोक पर रखने वाले यूपी के माफिया मुख्तार अंसारी के पिछले सवा साल से सितारे गर्दिश में चल रहे है। न्यायालय अब उसे हर दो माह में किसी न किसी मामले सजा सुना रही है। माफिया मुख्तार अंसारी को 15 माह में सातवीं बार सजा कराने में पुलिस को सफलता मिली है। शुक्रवार को वाराणसी की अदालत ने उसे पांच वर्ष छह माह की सजा सुनाई, जो मुख्तार को हुई सातवीं सजा है। उसे आजीवन कारावास की अधिकतम सजा भी बीते दिनों सुनाई जा चुकी है। वहीं 21 अलग-अलग मामलों में अदालत में सुनवाई जारी है।
माफिया पर दर्ज है 65 मुकदमे
स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ नई दिल्ली, पंजाब के साथ यूपी के गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़, मऊ, सोनभद्र, लखनऊ, बाराबंकी और आगरा में हत्या, लूट, डकैती, अपहरण, रंगदारी, गैंगस्टर, रासुका आदि के 65 मुकदमे दर्ज हैं, अभी तक कुल सात मामलो में सजा हुई, इसका मतलब है कि अभी उसे 58 मामलों में सजा होनी बाकी हैं ।माफिया गिरोह के 292 सदस्यों एवं सहयोगियों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध 160 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। इसके अलावा 175 लाइसेंसी शस्त्रों को निरस्त कराया गया है।
पांच सदस्य एकाउंटर में मारे गए
गैंग के पांच सदस्य अब तक पुलिस मुठभेड़ में ढेर किये जा चुके हैं। वहीं 164 सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर तथा 6 के खिलाफ रासुका की कार्रवाई की गयी है। प्रदेश पुलिस ने मुख्तार की अब तक 605 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त अथवा ध्वस्त कराया है। वहीं टेंडर आदि से होने वाली 215 करोड़ रुपये की अवैध कमाई को बंद कराया जा चुका है।
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