बांदा। यूपी और एमपी के कुछ जिलों को मिलाकर अलग बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग पिछले कई वर्षों से उठाई जा रही है। तर्क दिया जा रहा है कि अलग राज्य बनने से बुंदेलखंड के पिछड़ापन दूर हो जाएगा। अब इस आवाज को और बुलंद करने के लिए यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने नई राजनीति पार्टी बनाकर मैदान में उतर गए है।
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह ने पिछले दिनों बांदा के होटल में प्रेस कांफ्रेंस करके अपनी नई पार्टी बुंदेलखंड लोकतांत्रिक पार्टी के गठन से मीडिया को रूबरू कराया। उन्होंने इस क्षेत्र की समस्याओं को प्रमुखता से उठाया। साथ ही कहा कि बुंदेलखंड राज्य में 15 जिले शामिल करने की मांग उठाई जाएगी। उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में इन जिलों से पार्टी के प्रत्याशी भी मैदान में उतरेंगे।
सिंचाई और रोजगार प्रमुख समस्या
पूर्व डीजीपी ने कहा कि आज भी बुंदेलखंड में रोजगार के अवसर नहीं हैं। किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से फसले सूख जाती हैं, किसान परिवार पालने के लिए पलायन को मजबूर है। मऊ और मरका पुल का निर्माण शुरू कराया गया लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के बाद यह महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट भी ठंडे बस्ते में चले गए। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए वह सक्रिय राजनीति में उतर रहे हैं। वह यूपी के बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले को शामिल करने का प्रयास करेंगे। मध्यप्रदेश के दमोह, पन्ना, छतरपुर, दतिया, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी और अशोकनगर को शामिल करने की मांग उठा रहे हैं।
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