एम्बाईब ने देश की सबसे बड़ी सार्वजनिक-निजी साझेदारी के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलाया हाथ

  • राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति आधारित एआई-संचालित निःशुल्क शिक्षा प्रदान करने के लिए तैयार

बिजनेस डेस्क,लखनऊ। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यूपी के निपुण भारत लक्ष्यों को तेजी से हासिल करने के लिए एम्बाईब के साथ एक गैर-वित्तीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। एम्बाईब को 55,000 से अधिक स्कूलों में विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान में बेहतर शिक्षा प्रदान करने, विद्यार्थियों को पढ़ाने के साथ-साथ उनके शैक्षणिक परिणामों में वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए अपनी संपूर्ण डिजिटल शिक्षा सामग्री और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से संचालित वैयक्तिकरण के लिए चुना गया है।

उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा

उत्तर प्रदेश सरकार उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 40,000 स्मार्ट क्लासरूम, ब्लॉक संसाधन केंद्रों (बीआरसी) के 880 ब्लॉकों में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) लैब स्थापित करने के लिए पर्याप्त निवेश कर रही है और प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय में 2,09,863 टैबलेट (2 टैबलेट प्रति विद्यालय) वितरित कर रही है। यह व्यापक निवेश एवं समझौता ज्ञापन, उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा को बढ़ावा देने और तेजी से बढ़ती डिजिटल दुनिया में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक संसाधनों के साथ विद्यार्थियों और शिक्षकों को सशक्त बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के समर्पण को दर्शाता है। ये पहल, राज्य में शैक्षिक परिदृश्य को बदलने, उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए शिक्षा को अधिक सुलभ और आकर्षक बनाने के लिए तैयार हैं।

डिजिटल शिक्षा सामग्री

उत्तर प्रदेश सरकार और एम्बाईब के बीच साझेदारी उत्तर प्रदेश में विद्यार्थियों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) दिशानिर्देशों के अनुरूप सर्वोत्तम डिजिटल शिक्षा सामग्री प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। पेटेंट तकनीक द्वारा संचालित एम्बाईब की आकर्षक, AI-आधारित कक्षा सामग्री पाठ की प्रभावशीलता जांचने के लिए एक विस्तृत ट्रैकिंग की सुविधा देती है, जिसका उपयोग राज्य भर में स्मार्ट कक्षाओं को सशक्त बनाने के लिए किया जाएगा। विद्यार्थियों और शिक्षकों को स्वयं सीखने वाले ऐप से भी लाभ मिलेगा, जिसमें अत्याधुनिक तकनीक शामिल है जो कम इंटरनेट गति पर भी काम करती है – महंगे बुनियादी ढांचे में निवेश के बिना आम विद्यार्थी को ऑगमेंटेड रियलिटी (एआर तकनीक) की सुविधा दी जाएगी।

वर्चुअल प्रयोगशाला

वर्चुअल प्रयोगों को शामिल करने पर, आकर्षक शैक्षिक सामग्री, “खुद से करके सीखने” की अवधारणा को व्यवहार में लाते हुए शिक्षा को अधिक प्रभावी बना देती है। विद्यार्थियों के सीखने के मापन में एम्बाईब का मजबूत निवेश और इसका अद्वितीय नॉलेज ग्राफ पहली बार विद्यार्थियों के शैक्षणिक परिणामों की निगरानी और सुधार को व्यापक स्तर पर संभव बनाता है। सभी सामग्री उत्तर प्रदेश के पाठ्यक्रम व शैक्षिक लक्ष्यों के अनुरूप है और हिंदी में सुलभ है।

साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, एम्बाईब की संस्थापक और सीईओ, श्रीमती अदिति अवस्थी ने कहा कि “एक ऐसे एडटेक प्लेटफॉर्म और सामग्री का निर्माण जो उत्तर प्रदेश सरकार के ‘निपुण भारत’ विजन को पूरा कर सके, मेरे जीवन भर का सपना रहा है, जो ग्यारह वर्षों के दृढ़ संकल्प के बाद ही साकार हो सका है। हम इस अवसर के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के आभारी हैं और इस साझेदारी की सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम आश्वासन देते हैं कि हम अंतिम विद्यार्थी तक प्रभाव डालने के लिए ज़रूरी नवाचार और समायोजन सुनिश्चित करेंगे। हम बेसिक शिक्षा विभाग और माध्यमिक शिक्षा विभाग की समर्पित और सक्षम टीमों के साथ सहयोग के लिए भी बहुत उत्साहित हैं, जिन्होंने अब तक इस दिशा में अथक प्रयास किया है।”

समावेशी शिक्षा पर ध्यान

विश्व के अग्रणी एआई-आधारित एडटेक प्लेटफॉर्म के रूप में, एम्बाईब ने भारत भर के करोड़ों विद्यार्थियों तक व्यक्तिगत डिजिटल शिक्षा पहुंचाई है ताकि वे बेहतर शिक्षा हासिल कर सकें। उत्तर प्रदेश सरकार के साथ इस साझेदारी ने अब एम्बाईब की पहुंच को पूरे भारत में 25 राज्यों के 104,464 स्कूलों तक बढ़ा दिया है, जिसमें 596,250 शिक्षक और 17,097,362 विद्यार्थी शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म अपने मिशन के प्रति प्रतिबद्ध है, जिसका उद्देश्य हर बच्चे के लिए “समावेशी शिक्षा” सुनिश्चित करना है और डिजिटल शिक्षा के माध्यम से श्रेष्ठ शिक्षकों को बढ़ावा देना है।

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