हाथरस। मां- बाप के बाद शिक्षक का दर्जा इस दुनिया में सबसे ऊपर होता है, क्योंकि वह हमें दुनिया देखने के सही- गलत तरीके बताता है, लेकिन कुछ लोग इस पेशे को बदनाम कर रहे हैं । कुछ ऐसा ही मामला यूपी के हाथरस जिले से सामने आया। यहां एक अय्यास प्रोफेसर ने अपने 20 साल के कैरियर में 30 से ज्यादा छात्राओं का यौन -शोषण किया, उनके वीडियाे बनाकर पोर्न साइटों पर अपलोड करता था। उसके मोबाइल से 65 अश्लील वीडियो बरामद हुए। इस समय आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है।
मामला खुलने के बाद बागला डिग्री कॉलेज प्रबंधन ने उसे सस्पेंड कर दिया है। एसपी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें लगाई हैं। काॅलेज में पढ़ने वाली एक छात्रा ने महिला आयोग को पत्र लिखा। साथ में फोटो और वीडियो भी भेजे। शिकायत सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की। 13 मार्च को दरोगा सुनील कुमार ने थाने में खुद शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद मामला सुर्खियों में आ गया।
डीएम ने बनाई जांच कमेटी
डीएम ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया। आरोपी प्रोफेसर डॉ. रजनीश बागला डिग्री कालेज में भूगोल पढ़ाता था। उसकी मोबाइल से 65 अश्लील वीडियो मिले। पुलिस जांच में पता चला कि ज्यादातर वीडियो कालेज की छात्राओं के हैं। उसने छात्राओं के कई वीडियो पोर्न साइट पर भी अपलोड कर दिए थे। कहा जा रहा है कि वह 20 साल में 30 से ज्यादा छात्राओं का यौन शोषण कर चुका है।
छात्राओं ने खोला माेर्चा
शिकायत कर्ता छात्रा का कहना है मैं एक साल से पीएमओ से लेकर सीएम कार्यालय तक इसकी शिकायत कर रही हूं, लेकिन Immoral Professor इतना ताकतवर है कि किसी भी शिकायत पर उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। मोदी सरकार में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का समर्थन करती है, लेकिन फिर भी ऐसे दरिंदे बेखौफ होकर बेटियों के साथ दरिंदगी कर रहे हैं। इस दरिंदे से मैं इतनी परेशान हूं कि कभी-कभी आत्महत्या करने का विचार आता है।कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष और मैनेजमेंट को प्रोफेसर की करतूतों के बारे में बताया। उन्हें सबूत भी सौंपे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। जब तक इस दुष्ट पर कोई कार्रवाई नहीं होती, मैं हार नहीं मानूंगी।
ऐसा लगता है कि कालेज के प्रधानाचार्य और मैनेजमेंट की शह पर प्रोफेसर छात्राओं का शोषण कर रहा है। वह भोली-भाली छात्राओं को प्रतियोगी परीक्षा पास कराने और नौकरी के नाम पर बहलाता-फुसलाता है। फिर उनके साथ गलत काम करता है और वीडियो भी बनाता है।उसके फोटो-वीडियो मेरे हाथ लगे हैं, जिन्हें मैं प्रमाण के रूप में इस पत्र के साथ भेज रही हूं। अब तक मैंने अलग-अलग नाम शिकायतें की हैं, क्योंकि अगर दरिंदे को मेरे बारे में पता चल गया, तो वह मुझे मरवा देगा। यह शिकायत भी मैं अपनी पहचान छिपाकर कर रही हूं।
कॉलेज प्रबंधन ने नहीं की कार्रवाई
रजनीश पिछले 20 साल से कालेज में पढ़ने वाली छात्राओं का यौन-शोषण कर रहा है। मेरी जैसी छात्राओं की इज्जत बचा लीजिए, नहीं तो यह दरिंदा रजनीश कुमार न जाने कितनी और छात्राओं की इज्जत लूट लेगा। लोकलाज के कारण छात्राएं कुछ नहीं कहेंगी। सामने दिख रहे फोटो और वीडियो के आधार पर इस प्रोफेसर पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। छात्रा के पत्र का महिला आयोग ने संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए। इसके बाद हाथरस गेट कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू की और प्रोफेसर को पूछताछ के लिए बुलाया। उसके मोबाइल को कब्जे में ले लिया, लेकिन उसने पहले ही वीडियो-फोटो डिलीट कर दिए थे। पुलिस ने मोबाइल का डेटा रिकवर कराया, तो 65 अश्लील वीडियो मिले। इसके बाद 13 मार्च को दारोगा सुनील कुमार ने थाने में खुद शिकायत दर्ज कराई, लेकिन जब तक पुलिस आरोपित को पकड़ती, वह फरार हो गया।
जांच में सामने आया कि आरोपित के खिलाफ छात्राओं ने मैनेजमेंट से 18 माह में पांच बार शिकायतें कीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। काॅलेज मैनेजमेंट कमेटी के सचिव प्रदीप बागला ने बताया कि मामले की शिकायत मिलते ही प्रोफेसर रजनीश सिंह के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए थे। रिपोर्ट के आधार पर प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है। एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि हाथरस गेट कोतवाली में चार दिन पहले मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपित प्रोफेसर फरार है।
इसे भी पढ़ें…