मुंबई। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रविवार से ही भारत जोड़ो यात्रा शुरू कर रहे है, उससे पहले ही रविवार सुबह महाराष्ट्र के बड़े और युवा नेता मिलिंद देवड़ा के पार्टी छोड़ते हुए कांग्रेस से 55 साल पुराना रिश्ता तोड़ लिया। अब कांग्रेसी आपस में ही भिड़े है।
दरअसल पूरा विवाद यहां दक्षिण मुंबई की लोकसभा सीट को लेकर इस सीट पर अभी उद्धव ठाकरे समर्थक अरविंद सावंत सांसद हैं, इसी सीट से मिलिंद चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन इस सीट को शिवसेना छोड़ना नहीं चाहती। चुनाव में खाली हाथ होता देख मिलिंद ने पार्टी ही छोड़ दी, दरअसल उनके लिए हाईकमान शिवसेना से गठबंधन नहीं तोड़ना चाहता। वहीं यूपी के वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णन ने हाईकमान को आड़े हाथों लिया।
शिवसेना के दोनों गुट आमने- सामने
दक्षिण मुंबई देवड़ा परिवार की परंपरागत सीट रही है। हालांकि मिलिंद देवड़ा को यहां दो बार (2014 और 2019) में हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि शिवसेना ने यहां भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। इस बार तस्वीर अलग होगी। माना जा रहा है कि शिवसेना (एकनाथ शिंदे) गुट में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा को 2024 चुनाव में इसी सीट पर प्रत्याशी बनाया जा सकता है। वहीं संजय राउत ने आज के घटनाक्रम के बाद साफ कर दिया है कि उनका गुट इस सीट पर कोई समझौता नहीं करेगा। साफ है कि दक्षिण मुंबई लोकसभा सीट वो सीट होगी, जिस पर शिवसेना के दोनों गुटों की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी। सबकुछ ठीक रहा तो अरविंद सावंत बनाम मिलिंद देवड़ा का मुकाबला होगा।
आचार्य प्रमोद ने किया कटाक्ष
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के नेता और प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे के बाद बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में शीर्ष पर कुछ ऐसे नेता बैठे हैं जो सच सुनना पसंद नहीं करते हैं। यही कारण है सच बोलने वालों को कांग्रेस छोड़ना पड़ती है।
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