नई दिल्ली। भारतीय सेना ने ‘Operation Sindoor” से 15 दिन पहले की गई कायराना हरकत का आतंक के आकाओं को जवाब दिया। भारत ने संयम बरतते हुए पाक के नागरिकों को सेना को छूआ तक नहीं, बल्कि पाकिस्तान में पल रही आतंक की नर्सरी को खत्म करने का काम किया है। भारतीय सेनाओं ने उन स्थानों को निशाना बनाया जहां पर आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी। हिन्दुस्तान के खिलाफ युद्ध के लिए तैयार किया जाता था। भारतीय सेना की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रक्षा इकाइयों को सक्रिय कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारतीय वायुसेना के हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के चार, लश्कर-ए-तैयबा के तीन और हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने देर रात ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिए जाने के बाद तीनों सेना प्रमुखों से बात की। रक्षामंत्री ने स्थिति की जानकारी भी ली। ऑपरेशन सिंदूर के बाद संभागीय आयुक्त जम्मू ने बताया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए जम्मू, सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ में सभी स्कूल, कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान आज बंद रहेंगे।
छह साल बाद फिर पाक को दिया जवाब
छह साल पहले भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की थी। 14 फरवरी, 2019 का वो दिन जिसे भारत कभी नहीं भुला सकता, हमारे सीआरपीएफ के 40 जवान पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद हुए थे और पूरा देश गुस्से में था। हर भारतीय पाकिस्तान से इसका बदला चाहता था, हर कोई जवाब चाहता था और फिर वो जवाब आया 12 दिन के बाद जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की सरहद लांघकर बालाकोट में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया।
भारतीय सेना से मिली जानकारी के अनुसार सेना ने मंगलवार और बुधवार की दरमियानी रात 1:30 बजे ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया गया। इसके बाद बौखलाई पाकिस्तानी सेना ने भारी गोलीबारी की, जिसमें जम्मू-कश्मीर के सामने नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार चौकियों से तोपखाने से गोलाबारी भी शामिल थी। अंधाधुंध गोलीबारी में तीन निर्दोष नागरिकों की जान चली गई। भारतीय सेना उचित तरीके से जवाब दे रही है।
इशाक डार ने बहाये घड़ियाली आंसू
भारत की जवाबी कार्रवाई पर पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना ने भारतीय वायु क्षेत्र में रहते हुए खुलेआम युद्ध की कार्रवाई करते हुए, मुरीदके और बहावलपुर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार और आज़ाद जम्मू और कश्मीर के कोटली और मुज़फ़्फ़राबाद में नियंत्रण रेखा पार करके नागरिक आबादी को निशाना बनाया है। उन्होंने कहा कि स्टैंडऑफ हथियारों का इस्तेमाल करके पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन किया है। भारत की कार्रवाई को आक्रामक बताते हुए उन्होने कबूल किया कि इसमें महिलाओं और बच्चों सहित कई नागरिक मारे गए हैं। इस आक्रामक कार्रवाई ने वाणिज्यिक हवाई यातायात को भी गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। इशाक डार ने कहा कि हम भारत की कायरतापूर्ण कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं। यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून और अंतर-राज्य संबंधों के स्थापित मानदंडों का घोर उल्लंघन है। डार ने कहा कि भारत की कार्रवाई ने दो परमाणु-सशस्त्र राज्यों को एक बड़े संघर्ष के करीब ला दिया है।
तीनों सेनाओं ने साथ किया काम
भारतीय सेना द्वारा सफलतापूर्वक निशाना बनाए गए नौ ठिकानों में से चार पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हैं। पाकिस्तान में स्थित ठिकानों में बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट शामिल हैं। आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए विशेष सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से ऑपरेशन को अंजाम दिया। अमेरिका में भारतीय दूतावास ने कहा कि उम्मीद थी कि पाकिस्तान आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेगा, लेकिन इसके बजाय उसने इनकार कर दिया। इसके बाद भारत की कार्रवाई नपी-तुली, जिम्मेदाराना और गैर-बढ़ावा देने वाली प्रकृति की थी।
आपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने आतंकियों के नौ ठिकानों को किया ध्वस्त