बरेली। पिछले कुछ दिनों से सपा नेता लगातार विवादों को जन्म दे रहे हैं, कभी विवादित बयान देकर तो कभी बेहुदे आम करके। एक दिन पहले ही सपा मुखिय अखिलेश यादव ने गोशाला को लेकर विवादित बयान दिया था, उसके पहले सपा के राज्यसभा सांसद रामजीसुमन मेवाड़ के शासक राणा सांगा को लेकर विवादित बयान दिया था। अब बरेली में सपा नेता पर रोजेदारों से बेअदबी करने का मामला सामने आया। बसपा के जिला उपाध्यक्ष ने सपा के Roza Iftar कार्यक्रम का वीडियो इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया। इसमें अपना वीडियो भी जोड़ा। इसके लिए बसपा नेता ने सपा पर रोजेदारों की बेअदबी करने का आरोप लगाया है।
सपा नेता बैठे सोफे पर
22वें रोजे पर सपा ने अपने कार्यालय पर रोजा इफ्तार कार्यक्रम रखा था। इस कार्यक्रम में पार्टी के जिला अध्यक्ष शिवचरन कश्यप, शमीम सुल्तानी, वीरपाल सिंह यादव, आईएस तोमर, प्रवीण सिंह ऐरन आदि नेता शामिल हुए थे। बसपा के जिला उपाध्यक्ष तौफीक प्रधान ने कार्यक्रम का वीडियो अपलोड कर आरोप लगाया है कि रोजा इफ्तार कार्यक्रम में सपा नेता सोफे पर बैठे थे, जबकि इफ्तारी में आए रोजेदारों को जमीन पर बैठाया गया था। तौफीक के मुताबिक सपा नेताओं ने खाने पीने की चीजें पैरों के पास रखी थीं। जबकि मुस्लिम धर्म में छोटा बड़ा कुछ नहीं होता। तौफीक ने वीडियो में सपा नेताओं पर मुस्लिम वर्ग की तौहीन करने का आरोप लगाया है। तौफीक प्रधान का वीडियो वायरल होने से सियासी गलियारे में हलचल मच गई है।
इस बारे में सपा के प्रदेश प्रवक्ता मयंक शुक्ला मोंटी से बात की गई तो उनका कहना है कि नेता, पदाधिकारी और जनता के जो भी लोग सपा कार्यालय पर कार्यक्रम में शामिल हुए वह सभी रोजे में थे। कोई भी सोफे पर नहीं बैठा था। सुविधा के हिसाब से जगह देखकर कुछ लोग टाइल्स पर बैठ गए थे। बसपा नेता का नजरिया गलत है, उन्हें विवाद के बजाय सौहार्द के चश्मे का इस्तेमाल करना चाहिए।
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