नागपुर: क्रूर शासक औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग को लेकर नागपुर में हुए प्रदर्शन के बाद उपद्रवियों ने पहले महाल फिर हंसपुरी में तोड़फोड़ और आगजनी की। तनाव के बाद भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 के तहत शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। नागपुर पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल के आदेश के अनुसार प्रतिबंध अगले आदेश तक लागू रहेंगे। कर्फ्यू कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरानगर और कपिलनगर में पुलिस स्टेशन की सीमा में लागू रहेंगे।
पुलिस ने दागे आंसू के गोले
पुलिस ने दंगाइयों को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। दंगा प्रभावित क्षेत्रों में क्विक रिस्पॉन्स टीम (क्यूआरटी), दंगा नियंत्रण पुलिस व एसआरपीएफ की तैनाती की गई है। दो दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है। हिंसा की खबरें कोतवाली और गणेशपेठ से भी आईं। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की निषेधाज्ञा संबंधित धारा 163 (पहले 144) लागू कर पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। गणेशपेठ थाने में पवित्र पुस्तक जलाने का दावा करते हुए शिकायत दी गई है। सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने वालों पर कार्रवाई होगी। शांति बहाली के लिए धार्मिक नेताओं से अपील की है।
पुलिस पर उपद्रवियों ने किया हमला
औरंगजेब की कब्र को लेकर महाराष्ट्र में चल रहा विवाद सोमवार को हिंसक हो गया। मध्य नागपुर में एक समुदाय की पवित्र पुस्तक जलाने की अफवाह फैलने के बाद लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। चिटनवीस पार्क से शुक्रवारी तालाब रोड पर दंगाइयों ने चार गाड़ियों में आग लगा दी और दो दर्जन से अधिक गाड़ियों में तोड़फोड़ की। दो पोकलेन मशीनों में भी आग लगा दी गई। स्थानीय निवासियों के घरों पर पथराव किया गया। जवाब में दूसरे समूह की ओर से भी पत्थर फेंके गए। उपद्रवियों की ओर से कुल्हाड़ी से किए हमले में डीसीपी निकेतन कदम भी घायल हुए हैं।
कांग्रेस सांसद ने की शांति की अपील
Violence in Nagpur पर कांग्रेस सांसद श्यामकुमार बर्वे ने हिंसा की निंदा की। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह करते हुए कहा, नागपुर में हिंदू-मुस्लिम झड़प कभी नहीं हुई। दोनों समुदायों को शांति बनाए रखनी चाहिए। ऐसी घटनाओं के जरिए मुख्य मुद्दों से ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है। नागपुर में हुई हिंसा पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने सोमवार देर रात उपद्रव और आगजनी की घटना का संज्ञान लिया और कहा कि पुलिस हालात पर काबू पाने का हरसंभव प्रयास कर रही है। बता दें कि महाल इलाके में दो समूहों के बीच पहले से ही हुई झड़प के बाद शहर में तनाव बढ़ गया था।महाल के बाद हंसपुरी इलाके में हिंसा भड़कने की खबर आई। अज्ञात व्यक्तियों ने पथराव, दुकानों में तोड़फोड़ के अलावा वाहनों में आगजनी भी की। शहर की पुलिस ने उपद्रव की साजिश और अशांति फैलाने के आरोपियों को हिरासत में लिया है। नागपुर पुलिस ने बताया कि 20 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।