पीलीभीत। यूपी के पीलीभीत जिले में दो दिन पहले किशोर की बर्बरता पूर्ण हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया। आरोपियों ने न्यूरिया थाना क्षेत्र के ग्राम बिथरा में रंजिशन किशोर का अपहरण करके किशोर की हत्या करके उसके शरीर के छह टुकड़े कर शव को बोरे में भरकर फेंक दिया था। पुलिस ने शनिवार को नामजद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या का पर्दाफाश कर दिया। आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त बांका और एक बाइक भी बरामद की है। तीनों को जेल भेज दिया गया। बता दें कि पूरनलाल उर्फ सागर (16) 10 मार्च की रात 11 बजे घर से कुछ दूरी पर झोंपड़ी में सो रहे पिता को देखने गया था। इसके बाद वह लापता हो गया। कोई जानकारी न मिलने पर परिजनों ने 12 मार्च को न्यूरिया थाने में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई।
बोरे में मिला था शव
बता दें 14 मार्च को न्यूरिया के मंडरिया गांव स्थित रोहतनिया पुल के नीचे उसका शव बोरे में बंद मिला। सूचना पर परिजन और पुलिस ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। इसके बाद शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। मृतक के पिता राम बहादुर ने रंजिशन गांव के बॉबी, शुभम उर्फ शिवम व अमरिया क्षेत्र के कैमोर गांव निवासी प्रमोद के खिलाफ हत्या करने की तहरीर दी। पुलिस ने पूर्व में दर्ज मुकदमे को हत्या में तरमीम कर आरोपियों को नामजद किया। शनिवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया। एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि आरोपियों ने रंजिश में हत्या की बात कबूल की है।
हत्या की धमकी दी थी
पीलीभीत के बिथरा गांव में मृतक पूरनलाल का परिवार आरोपियों की दबंगाई से परेशान था। आरोपी पक्ष अक्सर झगड़ा करते थे। 10 मार्च की शाम को पूरनलाल के फोन पर बात करते हुए रास्ते से गुजरने पर आरोपियों ने एतराज जताया था। कहासुनी के बाद गाली गलौज की। जानकारी पर पूरनलाल के चाचा कालीचरन मौके पर पहुंचे और बचाव कराया। आरोपियों ने चाचा के सामने धमकी दी थी कि इस बार खून की होली खलेंगे। गांव में मृतक और आरोपियों का घर सौ मीटर के दायरे में हैं। चाचा कालीचरन के अनुसार एक साल पूर्व भी आरोपियों ने मारपीट की थी। उस समय पूरनलाल अपनी बाइक लेकर रास्ते से गुजर रहा था।
आरोपी शिवम और उसके परिजनों ने बाइक की आवाज तेज होने का विरोध करते हुए उसे रोककर पीटा। बचाने पहुंचे कालीचरन समेत परिवार के सात लोगों के साथ भी मारपीट की थी। मामले में तहरीर देने पर उनके पक्ष की रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई थी। जबकि आरोपी शिवम पक्ष की तहरीर पर पुलिस ने पूरनलाल समेत सात लोगों के खिलाफ मारपीट और एससीएचटी एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की थी। मुकदमा विचाराधीन हैं। परिजनों के अनुसार इसके बाद से आरोपी विवाद करने पर उतारू रहते थे। 10 मार्च को शाम के समय पूरनलाल फोन पर बात करते हुए रास्ते से गुजर रहा था। इस दौरान अपने घर के सामने खड़े आरोपी तेज आवाज में बात करने की बात कहकर विरोध करने लगे।
बर्बरता से काटा शरीर
आरोपियों ने पूरनलाल के शव को बर्बरता के साथ काटा और बोरे में बंद कर पुल के नीचे ले जाकर फेंक दिया। उसकी सिर, गर्दन, दोनों हाथ, दोनों पैर अलग थे। मौके पर कोई हथियार आदि नहीं मिला। शव की स्थिति देख लापता होने के बाद हत्या कर देने की बात सामने आई। तीन चिकित्सकों के पैनल ने शव का पोस्टमार्टम कियापूरनलाल का पोस्टमार्टम के लिए शुक्रवार देर शाम शव घर पहुंचा। परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने तक अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
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