महाराष्ट्र। ऐसा लगता है पूरी समाजवादी पार्टी ही हिंदू महापुरुषों का अपमान करके राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहती है। वोट की राजनीति में समय— समय सपा नेता हिंदुओं के देवताओं का महापुरुषों और त्योहारों को लेकर अभद्र बयान देते रहते है। अब महाराष्ट्र से सपा के विधायक अबू आजमी ने औरंगजेब को दयालू बताते हुए कहा कि उन्होंने बहुत से मंदिरों का निर्माण कराया है। जबकि देश के हर कोने में औरंगजेब की क्रूरता की कहानी भरी पड़ी है।
हर जिले, हर प्रदेश के बड़ै मंदिरों को तुड़वाकर उसने मंस्जिदों का निर्माण कराया। छत्रपति महाराज शिवाजी के पुत्र को बंधक बनाकर 40दिन तक क्रूरता की हदें पार की। उनके एक-एक अंग कटवाकर तड़पा-तड़पा कर हत्या कराई थी। ऐसे बादशाह को सपा विधायक दयालू बता रहे है। महाराष्ट्र में विरोध ज्यादा बढ़ने पर उन्होंने एक्स पर पोस्ट करके अपने बयान को वापस ले लिया। लेकिन उनके बयान ने साबित कर दिया कि सपा नेताओं में हिंदुओं के प्रति कितनी नफरत भरी है।
अब दे रहे सफाई
चौतरफा घिरने के बाद Abu Azmi ने एक्स पर पोस्ट कर अपना बयान वापस ले लिया है। उन्होंने दावा किया है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है, उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज को लेकर कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है। उन्होंने लिखा, ‘मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर दिखाया गया है। औरंगजेब रहमतुल्लाह अलेह के बारे में मैंने वही कहा है जो इतिहासकारों और लेखकों ने कहा है। मैंने छत्रपति शिवाजी महाराज, संभाजी महाराज या अन्य किसी भी महापुरुषों के बारे में कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन फिर भी मेरी इस बात से कोई आहत हुआ है तो मैं अपने शब्द, अपना स्टेटमेंट वापस लेता हूं। इस बात को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है और इसकी वजह से महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र को बंद करना मैं समझता हूं कि यह महाराष्ट्र की जनता का नुकसान करना है।’
माफी मांगने की मांग
शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने Abu Azmi से माफी मांगने की मांग की थी और उन पर देशद्रोह का मामला चलाने की मांग की थी। शिंदे ने मुंबई में कहा था, ‘उनके (अबू आजमी) की ओर से दिया गया बयान बहुत गलत, अस्वीकार्य और निंदनीय है। औरंगजेब को एक अच्छा प्रशासक कहना पाप है। यह वही औरंगजेब है जिसने छत्रपति संभाजी महाराज को 40 दिनों तक प्रताड़ित किया था। अबू आजमी को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। हमारे मुख्यमंत्री ने भी इसे बहुत गंभीरता से लिया है. मुझे लगता है कि राष्ट्रीय नायकों का अपमान करने के लिए आजमी पर देशद्रोह का आरोप लगाया जाना चाहिए. राष्ट्रीय नायकों के खिलाफ बोलने वालों को राष्ट्र-विरोधी कहा जाना चाहिए।’
बीजेपी ने भी बोला हमला
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि सपा नेता अबू आजमी और कांग्रेस पार्टी के नेता राशिद अल्वी के द्वारा अकारण अवांछित रूप से इतिहास के सबसे क्रूर और अत्याचारी शासकों में से एक औरंगजेब का महिमामडंन संपूर्ण भारतीय समाज के लिए बहुत अपमान की बात है। इससे यह बात साफ हो गई है कि ये लोग हिन्दू धर्म के संपूर्ण नाश के लिए किसी भी सीमा तक जाने को तैयार हैं। यह दर्शाता है कि ये लोग भारतीय संस्कृति और भारतीय परंपरा से कितनी नफरत करते हैं
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