अयोध्या। प्रयागराज में संगम चल रहे महाकुंभ में देश—विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे है। स्नान और पूजा—अर्चना के बाद लोग अयोध्या और वाराणसी भी पहुंचकर प्रभु के दर्शन कर रहे है। अयोध्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का अविश्वसनीय आंकड़ा सामने आया। यहां दस दिन में 70 लाख श्रद्धालुओं ने पहुंचकर रामलला के दर्शन किए। हालात यह है कि श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर के पट को 18 घंटे तक खुला रखा जा रहा है। इस वजह से मंदिर निर्माण के कार्य में बाधा आ रही है।राम मंदिर में रोजाना ढाई से तीन लाख श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक मंदिर खुला रहने के चलते राम मंदिर निर्माण का कार्य भी प्रभावित हुआ है। कई कार्य रोक दिए गए हैं।
शिखर निर्माण प्रगति पर
मंदिर के द्वितीय तल समेत शिखर पर निर्माण चल रहा है। साथ ही परिसर में सप्त मंडपम व शेषावतार मंदिर का भी निर्माण हो रहा है। श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से काम प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा परकोटा व मंदिर के प्लिंथ पर भित्तिचित्र के निर्माण का कार्य की गति भी धीमी हो गई है। परिसर में हरियाली विकसित करने का काम फिलहाल रोक दिया गया है। साथ ही दर्शन मार्ग से सटे तीर्थयात्री सुविधा केंद्र में चल रहे निर्माण कार्य को भी रोका गया है। क्योंकि इसी मार्ग से श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर में प्रवेश कर रहे हैं। जबकि श्रद्धालुओं को परकोटा के बगल से होते हुए गेट नंबर तीन की ओर निकाला जा रहा है। ऐसे में गेट नंबर तीन की ओर हो रहे काम को भी रोक दिया गया है।
राममंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि रामलला के दरबार में आस्था की कतार लगी हुई है। निश्चित रूप से निर्माण कार्य की गति प्रभावित हुई है। श्रद्धालुओं को सुगमता पूर्वक दर्शन कराने के लिए कुछ कार्य रोके गए हैं।