मेरठ। यूपी के मेरठ जिले में सामूहिक हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए पुलिस के उच्च अधिकारी सक्रिय हो गए। रात में ही एडीजी जोन, कमिश्नर, डीआईजी, डीएम और एसएसपी ने पहुंच गए। हत्या की वजह जानने के लिए क्राइम सीन रीक्रिएट कर कई बिंदुओं पर गहनता से मंथन किया। पुलिस सामूहिक हत्याकांड में किसी करीबी का हाथ मानकर जांच कर रही है। पुलिस ने लिसाड़ी गेट के बदमाशों की भी कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। मोईन सहित कई मोबाइल की सीडीआर निकाली जा रही है।
पुलिस के अनुसार राज मिस्त्री मोईन पहले जाकिर कॉलोनी में रहता था। 12 साल पहले वह रुड़की में जाकर रहने लगा था। एक साल पहले उसने रुड़की में अपना मकान और प्लॉट बेचकर यहां सुहेल गार्डन में करीब 40 गज का प्लॉट लिया था। डेढ़ महीने पहले वह बच्चों समेत सुहेल गार्डन में प्लॉट के पास ही किराये के मकान में आकर रहने लगा था। उसने अपने प्लॉट पर मकान बनवाना शुरू कर किया था। मोईन के पास पैसा है, इसका अंदेशा बहुत लोगों को था। मोईन ने मकान में तीन राजमिस्त्री और आठ मजदूर लगा रखे थे। तेजी से काम चल रहा था, जिस पर कई लोगों की नजर थी।
पत्थर काटने वाली मशीन से सिर काटा
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि पत्थर काटने वाली मशीन से पांचों लोगों का गला काटा गया है। मौके पर खून से सनी पत्थर काटने वाली मशीन मिली। फॉरेंसिक टीम ने मशीन को कब्जे में ले लिया है। अंदेशा जताया गया कि बदमाशों ने पहले मोईनुद्दीन की हत्या की और उसके बाद परिवार को मार डाला। ऐसे में सवाल उठ रहा है इतना कुछ हो गया और किसी को कुछ पता क्यों नहीं चला
बाहर से बंद था दरवाजा
मोईन के भाई तसलीम और मोमिन ने बताया कि जब वह पहुंचे तो घर का दरवाजा बाहर से बंद था। तसलीम का कहना है कि मुझे अपनी पत्नी को अस्पताल लेकर जाना था। डॉक्टर को दिखाने के बाद मैं शाम को मोईन के घर पहुंचा। वहीं, हापुड़ में रहने वाला आसमा का भाई शफीक भी देर रात मौके पर पहुंचा। पहले पति से उसकी कोई औलाद नहीं थी। बहन बहनोई और बच्चों के जाने का गम शफीक पर टूट रहा था।
हत्यारों की तलाश
मेरठ में दंपती और उनकी तीन बेटियों की गला काटकर हत्या कर दी गई। राजमिस्त्री मोइनुद्दीन (52), पत्नी आसमां (45) और तीन बेटियों अस्सा (8), अजीजा (4) और अबीबा (1) के शव बृहस्पतिवार रात घर में डबल बेड के दोनों बॉक्सों में गठरी में बंधे मिले। वारदात लिसाड़ीगेट के सुहेल गार्डन में हुई। पुलिस ने मकान सील कर दिया है। फोरेंसिक टीम जांच कर रही है। देर रात तक हत्यारों की तलाश की जा रही थी। एसएसपी विपिन ताडा के अनुसार, मोइनुद्दीन करीब डेढ़ महीने पहले परिवार के साथ सुहेल आए और किराये के मकान में रहने लगे।
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