विधानसभा में योगी ने विपक्ष को धो डाला, गिनाई वह सब करतूते जिसे सुन आंख तक नहीं मिला सकें विपक्षी विधायक

लखनऊ। यूपी विधानमंडल का सत्र सोमवार से शुरू हो गया। सरकार की आवाज दबाने के विपक्षी विधायक घर से हंगामा करने के मूड में आए थे, लेकिन जब योगी आदित्यनाथ उनकी करतूतें गिनानी शुरू की तो विपक्षी आंख तक मिलाने से कतराने लगे। कांग्रेस- सपा के समय में हुए दंगों औेर मुस्लिमों द्वारा हिंदुओं पर किए गए अत्याचार को जब विधानसभा में रखा तो विपक्ष के विधायक मिमियाने लगे।

पत्थरबाजी से सौहार्द नहीं आएगा-सीएम

योगी ने कहा कि चुनाव के दौरान चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा किया। विपक्ष बंदूक की नोक पर अपना काम करना चाहता है। कहा कि बहराइच और संभल की घटना में कार्रवाई आगे बढ़ रही है। सच सामने आएगा। आपकी पत्थरबाजी से सौहार्द नहीं आएगा। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जहां बहुसंख्यक समाज सिर्फ समान नागरिक कानून मांग रही है। इसकी मांग कोई बुरी बात नहीं है। कहा कि विपक्ष सुप्रीम कोर्ट के आदेश को रोक लगाने की मांग करते हैं। कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश ने समान नागरिक कानून की बात कही तो, विपक्ष ने उनके खिलाफ महाभियोग की नोटिस दे दी।

कुंदरकी की जीत सनातन की जीत

वे बोले शोभा यात्रा के दौरान भजन बजाए जाते हैं। नवरात्रि पर मां दुर्गा के गाने बजते हैं। उनकी आरती बजती है। मां दुर्गा हमारे लिए आस्था और सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। कहा कि कुंदरकी की जीत सनातन की जीत है। कुंदरकी, फूलपुर सहित सातों सीटों पर जो जीत मिली वह सनातन की जीत है। सीएम ने अपनी बात आगे बढ़ाते हुए कहा कि दंगे में शामिल, तमंचा लहराते, पत्थर फेंकते लोगों के सारे विजुअल हैं।

दोषी को कोई बचा नहीं पाएगा। दंगे और दंगाइयों के प्रति सरकार की जीरो टॉलरेंस है। कहा कि किसी को कहीं से भी निकलने से कोई नहीं रोक सकता। बहराइच में परंपरागत यात्रा निकलने के दौरान घटना की गई। सीएम ने कहा कि पिछले 7.5 वर्ष में सभी पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हुए। सभी वीवीआईपी विजिट शांति से संपन्न हुए। 2025 में यूपी को दुनियाभर का समागम करने का अवसर मिल रहा है। तो विपक्ष से अपील है कि अपने वक्तवयों को ठीक रखें।

सीएम ने बताया कब-कब हुए दंगे

आगरा में 1972 में दंगा- 19 लोगों की मौत हुई। 1972 में आजमगढ़ में दंगा हुआ। तीन लोगों की मौत हुई। 1973 आगरा में फिर दंगा हुआ। एक व्यक्ति की मौत हुई। 1973 में गोंडा में दंगा हुआ। एक व्यक्ति की मौत हुई। 1973 में प्रयागराज में दंगा हुआ। तीन लोगों की मौत हुई। 1973 में मेरठ में दंगे में 8 लोगों की मौत हो गई। आगरा में 1974 में दंगे में एक की मौत हो गई। इसी वर्ष पीलीभीत दंगे में तीन लोगों की मौत हो गई।

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