हाथरस। यूपी के हाथरस जिले में कक्षा दो के छात्र की हत्या स्कूल प्रबंधक ने अपने तांत्रिक पिता के कहने पर शिक्षकों के कहने पर की थी। पुलिस ने सनसनीखेज हत्या का खुलासा करके आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। तांत्रिक पिता ने उसे स्कूल की प्रगति और बाधा को दूर करने के लिए ऐसा करने के लिए कहा था।
प्रबंधक के पिता ने अपने बेटे और शिक्षक की मदद से कृतार्थ को रात में सोते वक्त हॉस्टल से उठवाया और जंगल की तरफ ले जाने लगे। इसी दौरान बच्चा जाग गया और रोने लगा तो रास्ते में ही उसकी गला दबाकर हत्या कर दी गई। इसके बाद प्रबंधक ने कृतार्थ के शव को अपनी गाड़ी में रखा और शव ठिकाने लगाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे। जबकि कृतार्थ के पिता को फोन कर दिया कि उनके बेटे की तबीयत खराब है और डॉक्टर को दिखाने ले जा रहे हैं।
शव के साथ पिता ने पकड़ा
बेटे के बीमार होने की खबर के परिजनों ने सादाबाद के पास प्रबंधक की गाड़ी रोक ली। गाड़ी में कृतार्थ का शव बरामद हो गया था। सहपऊ तहसील क्षेत्र के गांव रसगवां में स्थित डीएल पब्लिक स्कूल के कक्षा दो के छात्र कृतार्थ (11) की हत्या का खुलासा बृहस्पतिवार को पुलिस ने कर दिया है। कृतार्थ का शव 23 सितंबर को विद्यालय के प्रबंधक दिनेश बघेल की कार में सादाबाद में मिला था।
उस वक्त दिनेश बघेल ने पुलिस को बताया था कि कृतार्थ की तबीयत खराब हो गई थी और वह उसे अस्पताल लेकर जा रहा था। पहले सादाबाद दिखाया और फिर आगरा में। वहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया तो वह वहां से वापस लेकर आ रहा था। पुलिस ने भी दिनेश की कहानी को सही मान लिया और परिवार वालों की तसल्ली के लिए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला हत्या काराज
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, कृतार्थ की गला दबाकर हत्या की गई। पुलिस ने उसी दिन से प्रबंधक को हिरासत में रखा। लेकिन हत्या क्यों और किसने की यह साफ नहीं हो पाया। स्कूल के बच्चों के भी बयान दर्ज हुए मगर पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई। एएसपी अशोक कुमार के बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि जब हॉस्टल में सभी बच्चे सो गए तो स्कूल का शिक्षक राम प्रकाश सोलंकी रात को 12 बजे कृतार्थ के पास पहुंचा और सोते हुए उसे गोद में उठाकर बाहर आ गया।वह रोने लगा।
इस पर शिक्षक रामप्रकाश ने बच्चे के मुंह को दबा दिया और नीचे ले आए। इसी दौरान नीचे प्रधानाचार्य कक्ष के बाहर बिछे हुए तख्त पर लिटाकर गला दबा दिया, जिससे बच्चे की मौत हो गई। इस घटना को अंजाम देने के दौरान कंप्यूटर शिक्षक वीरपाल उर्फ वीरू निवासी ग्राम बंका थाना मुरसान, प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह पुत्र राधेश्याम निवासी बढा लहरोली घाट थाना बल्देव जनपद खड़े होकर निगरानी करते रहे।
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