भदोही। नाबालिग नौकरानी को आत्महत्या के लिए उकसाने के केस में बेटे की गिरफ्तारी के बाद सपा विधायक जाहिद जमाल बेग ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। सरेंडर करने से पहले फिल्मी स्टारी की तरह चोर सिपाही की स्क्रिप्ट लिखी गई। सुबह से ही बड़ी संख्या में कोर्ट के बाहर सपा कार्यकर्ताओं को जुटने का इशारा किया गया, इसके बाद वकीलों की पूरी फौज बुलाई गई, ताकि विधायक को पुलिस कोर्ट परिसर से पकड़ न सकें। हुआ ऐसे ही जब पुलिस को विधायक के कोर्ट रूप में पहुंचने की भनक लगी तो सपा कार्यकर्ताओं और वकीलों ने पुलिस कर्मियों से धक्का— मुक्की की, उनका रास्ता रोका। इस आपाधापी में विधायक का चश्मा, चप्पल टूट गई और कपड़े फट गए। कोर्ट रूम से निकलने के बाद विधायक ने अपने ऊपर दर्ज मुकदमे को राजनीतिक साजिश बताया।
सपा कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटाई
न्यायालय परिसर के बाहर गुरुवार बह 10 बजे से ही सपा कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगने लगा था। सपा की तरफ से सूचना दी गई थी कि विधायक पर दर्ज मुकदमे और उनके बेटे की गिरफ्तारी को लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसी बीच सूचना मिली कि नाबालिग नौकरानी को आत्महत्या के लिए उकसाने सहित दो मुकदमों में नामजद किए गए सपा विधायक जाहिद बेग सुबह 11 बजे सीजेएम कोर्ट में सरेंडर करेंगे। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस सतर्क हो गई।
दोपहर 12.05 बजे एक गाड़ी न्यायालय के गेट नंबर-दो के पास आकर रुकी। गाड़ी में प्रयागराज के शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र से पूर्व प्रत्याशी संदीप यादव अपने वकीलों के साथ बाहर आए। वह सपा विधायक जाहिद बेग को लेकर तेजी से न्यायालय परिसर की ओर बढ़े।
नोकझोंक के बीच पहुंचे कोर्ट
भदोही से सपा विधायक जाहिद जमाल बेग के बेटे जईम बेग को सह अभियुक्त बनाया गया। पुलिस ने विधायक के बेटे को बुधवार को गिरफ्तार करके जेल भेजा था। विधायक और उनकी पत्नी की तलाश चल ही रही थी कि गुरुवार को अदालत में सरेंडर करने की सूचना मिली। पुलिस ने विधायक को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वे चकमा देने में कामयाब हो गए। विधायक दोपहर 12.05 बजे सरेंडर करने न्यायालय पहुंचे थे। गेट नंबर दो से अंदर घुसने ही वाले थे कि पुलिस ने उन्हें पकड़ने का प्रयास किया। पुलिस के साथ उनकी धक्का-मुक्की भी हुई। इस बीच अधिवक्ता बीच में आ गए और पुलिस से नोकझोंक होने लगी। इसी का फायदा उठाकर विधायक कोर्ट रूम में पहुंच गए
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