बिजनेस डेस्क। भारत की अग्रणी साधारण बीमा कंपनियों में से एक, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस ने वित्त वर्ष 24-25 की पहली तिमाही में 32 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है, जिसके परिणाम स्वरूप सकल प्रत्यक्ष प्रीमियम (जीडीपी) 2,603 करोड़ रुपये रहा। यह वृद्धि दर इसी अवधि के लिए उद्योग के औसत के मुकाबले काफी अधिक है,जो एसबीआई जनरल की मज़बूत बाज़ार स्थिति और विकास पथ को रेखांकित करता है। कंपनी का प्रभावशाली प्रदर्शन प्रमुख वित्तीय मापदंडों में स्पष्टकेहोता है। समीक्षाधीन अवधि में कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 244 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 23-24 पहली तिमाही की तुलना में 159 प्रतिशत की वृद्धि है। सॉल्वेंसी अनुपात 2.21 रहा, जो विनियामक आवश्यकता से काफी ऊपर है और वित्तीय स्थिरता दर्शाता है।
एसबीआई जनरल इंश्योरेंस
एसबीआई जनरल ने निजी बीमा क्षेत्र में अपनी पैठ और बढ़ाई है। कंपनी ने निजी खिलाड़ियों (एसएएचआई सहित) के बीच 5.41 प्रतिशत की बाज़ार हिस्सेदारी हासिल की है, जो पिछले साल की समान अवधि में दर्ज 4.82 प्रतिशत के मुकाबले अधिक है,जबकि मल्टी लाइन निजी बीमा कंपनियों (एसएएचआई को छोड़कर) के बीच हमारी बाज़ार हिस्सेदारी वित्तवर्ष’25 की पहली तिमाही में 6.54 प्रतिशत रही। वित्त वर्ष 24-25 की पहली तिमाही में,कंपनी की वृद्धि को मुख्य रूप से मोटर, आग और व्यक्तिगत दुर्घटना खंडों में मज़बूत प्रदर्शन से बल मिला।
एमडी एवं सीईओ, नवीन चंद्र झा ने कंपनी के प्रदर्शन पर अपनी टिप्पणी में कहा, “हमें वित्त वर्ष 24-25की पहली तिमाही के दौरान 32 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है,जो हमारी मज़बूत व्यावसायिक रणनीति और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को दर्शाता है। हमारे परिणाम हित धारकों के लिए स्थायी और लाभदायक वृद्धि के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। हम अपनी वृद्धिकी गति को बनाए रखने और नवोन्मेषी,ग्राहक-केंद्रित बीमा समाधानों के ज़रिये अपने हितधारकों को मूल्य प्रदान करने के लिए समर्पित हैं।
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