ढाका। बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ आंदोलन शेख हसीना के तख्ता पलट के बाद अब हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की वजह बन गया। यह मामला अब यूरोप तक पहुंच गया है। नीदरलैंड के राजनेता गीर्ट वाइल्डर्स ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हुए हिंसा की निंदा की। उन्होंने इसे भयानक बताया और हिंसा को जल्द समाप्त करने का भी आह्वान किया। हिंसा के बीच ढाका में हिंदू समुदाय के दो नेताओं ने बताया कि हिंदुओं के कई मंदिरों, घरों और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। महिलाओं पर हमला किया गया।
हसीना के देश से भागने के बाद हुई हिंसा में अवामी लीग पार्टी से जुड़े दो हिंदू नेताओं की मौत हो गई। बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल के बाद मंगलवार को अंतरिम सरकार का गठन किया गया। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का प्रमुख बनाया गया है। राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने इसकी घोषणा की।
पांच सौ के करीब हुई मृतकों की संख्या
बांग्लादेश में हुई हिंसा में अब तक 440 लोगों की मोत् हो चुकी है। गीर्ट वाइल्डर्स नीदरलैंड्स के नेता हैं, जिन्होंने दक्षिणपंथ दल- पार्टी फॉर फ्रीडम की 2006 में स्थापना की और इसका नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा भयावह है। उन्हें मारा जा रहा है और इस्लामिक भीड़ उनके घरों को जला रहे हैं। इसे तुरंत खत्म करना चाहिए।”
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