अहमदाबाद। गुजरात में बुधवार को हुई मूसलधार बारिश से हर तरफ पानी— पानी हो गया, हादसों में आठ लोगों की मौत हो गई, कई लोग घायल हो गया। नदियों तालाबों का जलस्तर बढ़ गया। यहां तक कि पानी सड़कों और रेलमार्गों पर भर गया, इस वजह से यातायात सेवा प्रभावित हो गया। राज्य के कई हिस्से जलमग्न हो गए और कई गांवों का संपर्क टूट गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अलग- अलग हादसों में आठ लोगों की मौत हो गई और 800 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
प्रभावितों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया
गुरुवार सुबह वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया जिसके कारण अधिकारियों को कुछ जगहों पर स्कूल एवं कॉलेज में अवकाश घोषित करना पड़ा। इसके अलावा, कुछ इलाकों में रेल सेवाएं भी प्रभावित हुईं। राज्य के राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडेय ने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे के दौरान गुजरात के कई हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण आठ लोगों की मौत हो गई है। हमने इस अवधि के दौरान 826 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए हमने प्रभावित जिलों में राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 20 टीम और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 11 टीम तैनात की हैं।’’
आधे से ज्यादा भरा सरदार सरोवर
कई जिलों के लिए जारी अत्यधिक भारी बारिश के ‘रेड अलर्ट’ के मद्देनजर, स्थिति पर नजर रखने और फंसे हुए लोगों की मदद के लिए नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। पांडेय ने कहा कि राज्य के सभी 206 प्रमुख बांधों में पानी का ताजा प्रवाह हो रहा है और गुजरात का सबसे बड़ा सरदार सरोवर बांध अब 54 प्रतिशत भर चुका है। बारिश से प्रभावित वडोदरा, सूरत, भरूच और आणंद जिलों में प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को निकालने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय अग्निशमन दलों के कर्मियों को तैनात किया है।
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