लखनऊ। मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले बजट से बिहार और हैदराबाद के लिए विकास का पिटार खोलकर इंडिया गठबंधन के अरमानों पर पानी फेर दिया। कल जब वित्त राज्यमंत्री ने बिहार और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा नहीं देने का एलान किया तो विपक्ष के कई नेताओं ने खुशी जताई कि अब बीजेपी के सहयोगी समर्थन वापस ले लेंगे और हमें सरकार बनाने का मौका मिल जाएगा।
जब मंगलवार को जब वित्तमंत्री ने बिहार और हैदराबाद के विकास के लिए खजाना खोला तो विपक्ष का कलेजा मुंह को आ गया। एक अच्छे दुरगामी बजट पर ऐसे नाउमीदी जता रहे है कि जैसे उनके सरकार में आने का इंतजार और बढ़ गया। इतना तो तय है कि सरकार के इस बजट से सहयोगियों का विश्वास और बढ़ा।
विपक्ष रोज सरकार गिरने की कर रहा भविष्यवाणी
बता दें कि बीजेपी के विरोधी अधिकतर नेता रोज सरकार गिरने की भविष्यवाणी कर रहे है। सूत्रों के अनुसार कुछ नेता तो शपथग्रण के लिए कपड़ा तक बनावकर रख लिए है कि जैसे ही बीजेपी की सरकार गिरेगी, वैसे ही इन्हें केंद्र में मंत्री बनने का सपना पूरा हो जाएगा। लेकिन मोदी सरकार ने जैसे बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए घोषणाएं शुरू की वैसे-वैसे इनके चेहरों की हवाईयां उड़ने लगी, कुछ लोग तो बीच में ही सदन से बाहर जाने लगे।
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