किरण बेदी ने किया सेफ्टी अलार्म से युक्त एवरेडी साइरेन टॉर्च को लांच; महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तीकरण की दिशा में नया इनोवेशन

89
महिलाओं की सुरक्षा हमारे लिए सबसे ज़्यादा मायने रखती है। इसी के मद्देनज़र हम यह आधुनिक गेम-चेंजिंग डिवाइस लेकर आए हैं, जो बेज़ुबान महिलाओं को भी शोर मचाने में सक्षम बनाएगी।
महिलाओं एवं आम लोगों को सशक्त बनाने के लिए डिजाइन की गई इस साइरेन फ्लैशलाइट का उद्देश्य रोजमर्रा में सुरक्षा को बढ़ाना है।
बिजनेस डेस्क। भारत का नंबर वन बैटरी ब्राण्ड एवरेडी इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड, जो पावर, परफोर्मेन्स और भरोसे का दूसरा नाम बन चुका है, ने देश की पहली महिला आईपीएस अधिकारी डॉ. किरण बेदी के साथ अपनी तरह की पहली सेफ्टी अलार्म से युक्त फ्लैशलाइट- एवरेडी साइरेन टॉर्च का अनावरण किया। इसे इस्तेमाल करने वाला व्यक्ति अगर किसी भी मुश्किल में हो तो इससे जुड़े की-चेन को खींच सकता है, ऐसा करते ही साइरेन फ्लैशलाइट 100 डेसिबल की तेज़ आवाज पर सेफ्टी अलार्म बजाने लगती है।

साइनिंग हैंड्स के साथ साझेदारी

खासतौर पर महिलाओं एवं आम लोगों को सशक्त बनाने के लिए डिजाइन की गई इस साइरेन फ्लैशलाइट का उद्देश्य रोजमर्रा में सुरक्षा को बढ़ाना है। ब्राण्ड अपने नए कैंपेन आवाज उठाने की पावर के तहत यह प्रोडक्ट लेकर आया है, जिसका नेतृत्व बधिर एवं मौखिक रूप से विकलांग व्यक्तियों द्वारा किया जा रहा है। यह कैंपेन सभी की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए इस प्रोडक्ट की आवश्यकता पर जोर देता है। कैंपेन आवाज उठाने की पावर के लिए एवरेडी ने इंडिया साइनिंग हैंड्स के साथ साझेदारी की है, यह संगठन भारत के बधिर समुदायों की ‘सुलभता’ संबंधी समस्याओं को हल करने की दिशा में कार्यरत है। महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर चुप्पी तोड़ने के प्रयास में यह कैंपेन ओगिल्वी इंडिया द्वारा बनाई गई पावरफुल फिल्म के माध्यम से बधिर लोगों के गैर-मौखिक संचार की क्षमता पर रोशनी डालता है।

महिलाओं की सुरक्षा प्रमुख उद्देश्य

फिल्म में अलग-अलग स्थानों से बधिर एवं मौखिक रूप से विकलांग महिलाओं की चुनौतियों को दर्शाया गया है, जो इशारों की भाषा में अपने दर्दनाक अनुभवों को साझा करती नज़र आती हैं। वे बताती हैं कि कई बार उन्हें बड़े खतरे या छेड़छाड़ जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ा। एवरेडी साइरेन टॉर्च अपने 100-डेसिबल एसओएस अलार्म के साथ इन महिलाओं को आवाज़ उठाने में सक्षम बनाता है। इस तरह वे आस-पास से गुज़र रहे राहगीरों से मदद ले पाती हैं और अपने साथ होने वाले दुर्व्यवहार से बच पाती हैं। फिल्म का संदेश ‘अब आवाज़ मैं भी उठाउंगी’ अन्य लोगों को भी उनके साथ खड़े रहने के लिए प्रेरित करता है।
इस अवसर पर डॉ किरण बेदी, सामाजिक कार्यकर्ता एवं पहली महिला आईपीएस अधिकारी ने कहा, ‘‘महिलाओं की शारीरिक क्षमता और सुरक्षा का भीतरी अहसास, उन्हें सशक्त बनाते हैं, यह उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी ज़रूरी है। कभी कभी कुछ परिस्थितियों में सुरक्षित महसूस करने के लिए बाहरी मदद की ज़रूरत होती है- जब उन्हें रात के समय बाहर जाना पडे़ या अपने सपने साकार करने के लिए घर से दूर जाने की ज़रूरत हो। एवरैडी का अनूठा साइरेन टॉर्च महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने की दिशा में उल्लेखनीय कदम है, जो उन्हें आश्वासन देता है कि वे सुरक्षा की चिंता किए बिना बेहिचक जब चाहें, बाहर जा सकती हैं।’’

एवरेडी असीमित पावर का चैम्पियन

‘‘कैंपेन आवाज़ उठाने की पावर को समर्थन देते हुए मुझे बेहद गर्व का अनुभव हो रहा है, उम्मीद करती हूं कि हम इस साझेदारी को मेरे एनजीओ नवज्योति इंडिया फाउन्डेशन और इंडिया विज़न फाउन्डेशन के साथ भी विस्तारित करेंगे तथा इसके ज़रिए सभी के लिए सुरक्षित समाज एवं महिला सशक्तीकरण के लक्ष्यों को साकार करने की कोशिश करेंगे।’’ उन्होंने कहा। अनिरबन बैनर्जी, सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट एवं एसबीयू हैड (बैटरीज़ एवं फ्लैशलाईट्स) एवरैडी इंडस्ट्रीज इंडिया लिमिटेड ने कहा, ‘‘एवरैडी असीमित पावर का चैम्पियन है। इसी भावना के साथ हम यह बदलावकारी समाधान साइरेन टॉर्च- लेकर आए हैं- जो सिर्फ फंक्शनेलिटी के दायरे से आगे बढ़कर देश भर की महिलाओं को उम्मीद की किरण देगा और उनके सशक्तीकरण में मुख्य भुमिका निभाएगा।

महिलाओं का बढ़ेगा आत्मविश्वास

महिलाओं की सुरक्षा हमारे लिए सबसे ज़्यादा मायने रखती है। इसी के मद्देनज़र हम यह आधुनिक गेम-चेंजिंग डिवाइस लेकर आए हैं, जो बेज़ुबान महिलाओं को भी शोर मचाने में सक्षम बनाएगी। इसका 100 डेसिबल एसओएस अलार्म आस-पास से गुज़रने वाले राहगीरों को सतर्क करता है और महिलाओं को दुर्व्यवहार से बचने में मदद करता है। हमें विश्वास है कि किफ़ायती, कॉम्पैक्ट और फीचर्स से भरपूर यह प्रोडक्ट महिलाओं के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करेगा। गांवों के सुनसान खेतों से लेकर शहरों में रात के समय तक, यह साइरेन महिलाओं को अपनी खुद की रक्षा की ताकत देकर उनका आत्मविश्वास बढ़ाएगा और उनके एवं समुदायों के सुरक्षित भविष्य के निर्माण में योगदान देगा।’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here