गोरखपुर। मनोचिकित्सक लोगों के मन की बात पढ़कर उनकी समस्या के समाधान का उपाय बताता है, लेकिन न जाने कैसे अपनी बेटी और दामाद के मन की बात नहीं पढ़ पाई। दोनों ने एक ही दिन छत से कूदकर जान दे दी। दामाद ने वाराणसी तो बेटी ने गोरपुर में आत्महत्या कर ली। एक ही दिन बेटी दामाद की मौत से डॉक्टर समेत उसके पूरे परिवार का बुरा हाल हो गया।
घर में फैला मातम
वाराणसी कैंट पुलिस ने बताया कि रविवार को सुबह करीब आठ बजे एक महिला ने छत से कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक संचिता शरण (28) पुत्री रामशरण बिस्मिल पार्क के सामने सचित हॉस्पिटल पार्क रोड सिविल लाइंस थाना कैंट जनपद गोरखपुर की रहने वाली थी।मृतका संचिता शरण के पति हरीश बागेश पुत्र रामस्वामी मालवीय निवासी बाढ़ पटना बिहार जो छह जुलाई को सारनाथ गए थे।
शनिवार देर बनारस पहुंचे थे और वहां होटल में रुके थे। इसी होटल में उन्होने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी थी।पति की आत्महत्या की सूचना मिलने पर गोरखपुर में संचिता शरण ने भी घर की छत से नीचे कूदकर खुदकुशी कर ली। मौके पर फॉरेंसिक टीम और पुलिस मामले की जांच कर रही है। बता दें कि संचिता के पिता डॉक्टर राम शरण पूर्वांचल के नामी मनोचिकित्सक हैं।
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