गोदरेज कैपिटल ने महाराष्ट्र में डेयरी फार्म ऋण के क्षेत्र में कदम रखे, इसे बनाया साझेदार

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Godrej Capital enters dairy farm loan sector in Maharashtra, makes it partner
आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में किसानों को सहायता देने की योजना।
  • इस साझेदारी के साथ, गोदरेज कैपिटल का लक्ष्य डेयरी फार्मिंग से जुड़े लोगों को सशक्त बनाना और पूरे सिस्टम में वित्तीय समावेशन और आर्थिक समृद्धि को सुगम बनाना।
  • आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु में किसानों को सहायता देने की योजना।

बिजनेस डेस्क, मुंबई। गोदरेज इंडस्ट्रीज समूह की वित्तीय सेवा शाखा गोदरेज कैपिटल ने डेयरी फार्म ऋण को लॉन्च किया है। इसके साथ ही कंपनी ने कृषि क्षेत्र में अपने प्रवेश की घोषणा की है। क्रीमलाइन डेयरी प्रोडक्ट्स लिमिटेड और द्वार ई-डेयरी के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी के माध्यम से, गोदरेज कैपिटल लिमिटेड महाराष्ट्र और अन्य क्षेत्रों में छोटे डेयरी फार्म मालिकों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा। क्रीमलाइन डेयरी प्रोडक्ट्स लिमिटेड गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड (जीएवीएल) की सहायक कंपनी है, जो

गोदरेज इंडस्ट्रीज समूह का एक विविध खाद्य और कृषि-व्यवसाय समूह है, और गोदरेज जर्सी ब्रांड नाम के तहत अपने प्रोडक्ट्स का विक्रय करती है।

भारत में डेयरी उत्पादों की खपत लगातार बढ़ रही है, ऐसे में यह स्थिति डेयरी किसानों के लिए अवसर और चुनौतियाँ दोनों साथ लेकर आती है। गोदरेज कैपिटल उत्पादकता में सुधार और क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि लाने के लिए इन किसानों को वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें सशक्त बनाने के महत्व को स्वीकार करता है। इस पहल के लिए, गोदरेज कैपिटल ने किसानों तक पहुंच की सुविधा के लिए अपने भागीदार के रूप में द्वार ई-डेयरी के साथ सहयोग किया है।

डेयरी फार्म मालिकों का सहयोग

डेयरी फार्म ऋण के साथ, गोदरेज कैपिटल की ओर से गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड के पैनल में शामिल किसानों को मवेशियों की खरीद और रखरखाव के लिए कोलेटरल फ्री लोन प्रदान किया जाएगा। डेयरी फार्म मालिकों को पूरी तरह से डिजिटल प्रक्रिया, त्वरित मंजूरी और वितरण के साथ दो साल तक के पुनर्भुगतान विकल्प की सुविधा मिलेगी। इस तरह उनके लिए वित्तीय सुविधाओं तक पहुंचना पहले के मुकाबले और आसान हो जाएगा।

गोदरेज कैपिटल के एमडी और सीईओ मनीष शाह ने कहा, ‘‘अपने देश के किसानों के प्रति अपना समर्थन जाहिर करने और उनके साथ कदम मिलाकर खड़ा होने में हमें खुशी का अनुभव हो रहा है। डेयरी फार्मिंग समुदाय के लिए वित्तीय सहायता को आसान बनाने, पूरी वैल्यू चैन में समावेशिता को बढ़ावा देने और इस पूरे ईको सिस्टम को सपोर्ट करने के लिए इस उद्यम को शुरू करने का निर्णय किया गया है। कृष्णागिरी जिले में पहले ऋण का वितरण करना सिर्फ एक शुरुआती कदम है।

फार्मिंग क्षेत्र की वृद्धि में सहयोग

हम सक्रिय रूप से तमिलनाडु के अन्य क्षेत्रों में भी डेयरी उद्योग को शामिल करना चाहते हैं और आंध्र प्रदेश में किसानों को अपना समर्थन देना चाहते हैं। तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र के साथ हमारा लक्ष्य डेयरी फार्मिंग क्षेत्र की वृद्धि और विकास में योगदान करना है।’’अपनी सीमाओं के बावजूद, डेयरी क्षेत्र भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण योगदानकर्ता बना हुआ है, जो 80 मिलियन किसानों की आजीविका को संभव बनाता है।

पोषण स्वस्थ डेयरी का सबसे महत्वपूर्ण और सबसे बड़ा पहलू है और दूध की कुल लागत का 70 प्रतिशत हिस्सा इसी पर खर्च होता है। इससे ही मवेशियों की दूध उत्पादकता पर असर पड़ता है और इसी के आधार पर किसानों का उत्थान हो रहा है। हमारे किसानों को निरंतर दूध हासिल करने के लिए अपने मवेशियों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिहाज से संसाधन उपलब्ध कराने पर समान ध्यान देने की आवश्यकता है।

बेहतर समृद्धि के लिए प्रयास

गोदरेज जर्सी के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर भूपेन्द्र सूरी ने कहा, ‘‘मवेशियों का बेहतर स्वास्थ्य ही दरअसल मवेशियों की बेहतर भलाई सुनिश्चित करता है और किसानों को बेहतर पैदावार प्राप्त करने में भी सक्षम बनाता है, जिससे उनकी लाभप्रदता बढ़ती है। इसलिए, डेयरी किसानों के लिए गुणवत्तापूर्ण फ़ीड तक पहुंच होना अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस तरह गोदरेज कैपिटल और द्वार ई-डेयरी के बीच यह साझेदारी, उन्हें अपने फ़ीड के साथ-साथ अन्य कृषि आवश्यकताओं के लिए वित्तीय सुविधाओं तक आसान पहुंच प्राप्त करने में सक्षम बनाएगी। इस प्लेटफॉर्म का लाभ उठाकर, हमारे किसान मवेशियों की संख्या बढ़ा सकते हैं और पहले से बेहतर उत्पादकता और बेहतर समृद्धि के लिए प्रयास कर सकते हैं।’’

मवेशियों का बेहतर स्वास्थ्य

 ई-डेयरी के फाउंडर, एमडी और सीईओ रवि के.ए. ने कहा, ‘‘हम गोदरेज इंडस्ट्रीज समूह की कंपनियों के साथ साझेदारी करके खुश और गौरवान्वित हैं। यह तालमेल हितधारकों के लिए महत्वपूर्ण मूल्य लेकर आएगा, जिससे हजारों डेयरी किसानों को पूंजी और पशु ऋण के लिए एक अभिनव प्लेटफॉर्म के जरिये गोदरेज से किफायती दरों पर फाइनेंस हासिल करने में मदद मिलती है। इस व्यवस्था के जरिये डेयरी किसानों के घरों तक वित्तीय सेवाओं की पहुंच संभव हो जाएगी। इसकी सहायता से डेयरी किसानों को दूध की पैदावार बढ़ाने, अपनी कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और सोच-समझकर वित्तीय निर्णय लेने में आसानी होगी।’’गोदरेज कैपिटल इस ईको सिस्टम के विकास और वंचित बाजार तक वित्तीय पहुंच प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

इसके साथ ही गोदरेज कैपिटल एमएसएमई ऋण के लिए महाराष्ट्र में 10 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी पर कब्जा करने की योजना बना रहा है। पिछले वर्ष से अपनी गति को आगे बढ़ाते हुए, कंपनी ने कोल्हापुर और ठाणे में नई शाखाएँ स्थापित करके राज्य में अपने कामकाज का विस्तार किया। यह रणनीतिक विस्तार स्थानीय समुदाय की जरूरतों को पूरा करने और क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए गोदरेज कैपिटल की जिम्मेदारी को प्रदर्शित करता है।

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