रायबरेली। एक तरफ योगी सरकार प्रदेश वासियों को सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य की भरपूर्ण सेवाएं देने का दावा कर रही है। दूसरी तरफ सरकारी अस्पतालों की बदहाली के लिए लोग प्राइवेट अस्पतालों में इलाज कराने जा रहे है। जहां उनके जीवन के साथ नौसिखिए डॉक्टर खेलवाड़ कर रहे। कुछ ऐसा ही मामला रायबरेली जिले के हरचंदपुर इलाके में सामने आया।
यहां एक महिला को प्रसव के लिए घर वाले उपमा सरजुरानी पाली क्लीनिक में ले गए। वहां डॉक्टर की जगह लैब टेक्नीशियन ने गर्भवती का ऑपरेशन कर दिया। इससे नवजात की मौके पर मौत हो गई। प्रसूता की हालत भी गंभीर बनी हुई है। परिजनों के हंगामे के बाद संचालक अस्पताल छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। परिजन बोले जब तक संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नहीं होता अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। वहीं, सीएमओ के आदेश पर सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजीव गौतम ने मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी ली।
50 हजार लेने के बाद किया आपरेशन
हरचंदपुर गांव निवासी आनंद मोहन श्रीवास्तव ने रविवार रात पत्नी विशाखा (25) को प्रसव के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। संचालक ने 50 हजार रुपये जमा कराने के बाद ऑपरेशन से प्रसव की बात कही। आरोप है कि पैसे लेकर उसने लैब टेक्नीशियन से ऑपरेशन करा दिया। इस दौरान नवजात की मौके पर ही मौत हो गई। प्रसूता की हालत नाजुक हो गई। हरचंदपुर थानेदार प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की जांच रिपोर्ट के बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं, एसीएमओ डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि अस्पताल पंजीकृत है। मंगलवार सुबह से जांच कराई जाएगी।
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