आगरा। एक कहावत है होनी को टाल नहीं सकता, जो होना है वह होकर रहता है, इसके लिए वह समय को नहीं देखता। कुछ ऐसा ही मामला यूपी के आगरा जिले से सामने आया है। यहां एक शादी वाले घर में जहां खुशियां बिखरी हुई थी, वहीं कुछ देर बाद ही पूरे घर से रोने सिसकने की आवाज होने लगी। जैसे घर में दुल्हन विदा होकर घर आई, कुछ देर बाद दूल्हे की बहन—बुआ और जीजा के सड़क हादसे की खबर आई। इसके बाद पता चला बहन और बुआ की मौत हो गई,जबकि जीजा गंभीर रूप से घायल है।
डॉक्टर के यहां लौट रहे थे तीनों
आगरा के हल्की गढ़ी, इरादत नगर निवासी उमेश मजदूरी करते हैं। 18 अप्रैल को उनकी शादी थी। 14 अप्रैल को लग्न सगाई का कार्यक्रम गांव में हुआ था। इसमें उमेश की कुर्राचित्तरपुर निवासी बहन राधा (26) और बहनोई प्रदीप के अलावा ताजगंज के करभना निवासी बुआ शांति उर्फ कस्तूरी देवी (64) भी आई हुई थीं। बुधवार को अचानक राधा की तबीयत खराब हो गई। इस पर उनको पति प्रदीप, बुआ शांति देवी खेरिया मोड़ स्थित एक चिकित्सक को दिखाने के लिए लाए थे। चिकित्सक को दिखाने के बाद जगदीशपुरा में रिश्तेदार के घर चले गए। दोपहर में 1 बजे तीनों बाइक से गांव लौट रहे थे। पंचकुइयां चौराहे से तहसील मार्ग पर आए तो पीछे से आ रहे ऑटो ने जोरदार टक्कर मार दी।
बहू के घर में आते ही कोहराम
बहन और बुआ की मौत से उमेश के परिवार में कोहराम मचा है। जिस घर में कुछ देर पहले मंगल गीत सुनाई दे रहे थे, वहीं कुछ देर बाद रोने-धोने की आवाज आने लगी। गुरुवार को शादी की रस्में सादगी के साथ संपन्न कराई गईं। इसमें 10-12 परिजन ही शामिल हुए। बाकी लोग प्रदीप का इलाज करा रहे हैं। वहीं अन्य रिश्तेदार पोस्टमार्टम गृह पर रहे। शुक्रवार को बुआ और भतीजी के शवों का पोस्टमार्टम हुआ। इधर बहू को विदा कराकर उमेश घर लेकर आए, उधर उनकी बहन और बुआ की ससुराल में अर्थी उठी।
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