एसबीआई लाइफ ने स्तन के स्व-परीक्षण को बढ़ावा देने के लिए उठाया यह बड़ा कदम

  • ‘थैंक्स ए डॉट’ – स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

हेल्थ डेस्क,मुंबई। एसबीआई लाइफ ने पुलिस बल में महिलाओं की कठिनाइयों का संज्ञान लेते हुए, ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ के संदर्भ में मुंबई पुलिस की महिला अधिकारियों के लिए लायंस क्लब के सहयोग से अपनी ‘थैंक्स-ए-डॉट’ पहल के तहत एक स्तन कैंसर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। पुलिसकर्मी होने के नाते महिला अधिकारियों को अपेक्षाकृत अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जो अक्सर कर्तव्य और घरेलू ज़िम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाने के बीच अपने स्वास्थ्य का ठीक तरह से ध्यान नहीं रख पाती हैं।एसबीआई लाइफ ने महिला पुलिस कर्मियों को अपनी देखभाल को एक नियमित आदत बनाने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, नवोन्मेषी ‘थैंक्स-ए-डॉट’ हॉट वॉटर बैग वितरित किया, जो महिलाओं को असामान्य गांठों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित करता है और समय पर स्तन का स्व-परीक्षण के लिए याद दिलाने का काम करेगा।

हॉट वॉटर बैग

एसबीआई लाइफ ने हॉट वॉटर बैग के डिज़ाइन के साथ नवोन्मेष किया है, जिसका उपयोग महिलाएं हर जगह मासिक धर्म के दर्द से निपटने के लिए करती हैं। इसमें गांठें बनाई गई हैं और ये स्पर्श तथा आकार के लिहाज़ से कैंसर की वास्तविक गांठों जैसी हैं। इसके अलावा, स्तन कैंसर जागरूकता बढ़ाने के लिए, कंपनी ने थैंक्स-ए-डॉट हॉट वॉटर बैग का डिज़ाइन भी ओपन सोर्स किया है, ताकि कोई भी इसे खुद बनाने के लिए इस डिज़ाइन का उपयोग कर सकता है।एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी, श्री अमित झिंगरन; अभिनेत्री तथा स्तन कैंसर सर्वाइवर, महिमा चौधरी और सहायक पुलिस आयुक्त, श्री महेश मुगुटराव और एसबीआई लाइफ के ब्रांड, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन और सीएसआर प्रमुख श्री रवींद्र शर्मा ने लायंस क्लब के सदस्यों के साथ महिला पुलिस अधिकारियों को संबोधित किया।

महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या

महिलाओं को स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जो उनकी समग्र तंदुरुस्ती (वेलबीइंग) को प्रभावित करती हैं और ऐसी ही एक बीमारी है ‘स्तन कैंसर’। आंकड़ों के लिहाज़ से, हम जानते हैं कि स्तन कैंसर के 60% मामले बाद के चरणों में रिपोर्ट किए जाते हैं और यह चिंताजनक है, क्योंकि अन्य बीमारियों के विपरीत, स्तन कैंसर का शुरुआती दौर में पता बिना किसी महंगे चिकित्सा उपकरण के हर महीने सरल तरीके से जांच कर किया जा सकता है।

स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और महिलाओं को शुरुआती जांच के लिए जीवन रक्षक कौशल अपनाने में मदद करने की सख्त जरूरत को ध्यान में रखते हुए एसबीआई लाइफ ने नवोन्मेषी थैंक-ए-डॉट हॉट वॉटर बैग तैयार किया है। इस पहल का उद्देश्य है, स्तन के स्व-परीक्षण के महत्व, शीघ्र पता लगाने और स्वास्थ्य को प्राथमिकता बनाने के लिए प्रोत्साहित करना। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है, महिलाओं को जीवन-रक्षक कौशल से लैस करना और दैनिक आधार पर अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के लिए व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करना।

पुलिस की साहसी महिलाओं के समर्थन

मुंबई पुलिस की महिला अधिकारियों को संबोधित करते हुए एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी,अमित झिंगरन ने स्पष्ट रूप से कहा, “मुंबई पुलिस की साहसी महिलाओं के समर्थन में खड़े होना सम्मान की बात है। हम ऐसे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करना चाहते हैं, जहां स्तन कैंसर, हमारे प्रियजनों के जीवन और सपनों के लिए खतरा न रहे।

एसबीआई लाइफ का ‘थैंक्स ए डॉट’ आशा की किरण है, जो देश भर में महिलाओं को अपने स्वास्थ्य की ज़िम्मेदारी लेने के लिए सशक्त बनाता है। नियमित स्व-परीक्षण के महत्व को उजागर कर हम अपने देश में स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता को पुनर्परिभाषित करना चाहते हैं।उन्होंने कहा, “एसबीआई लाइफ के ‘थैंक्स ए डॉट’ – स्तन कैंसर जागरूकता पहल के साथ हमारा प्रयास है कि हम महिलाओं को स्व-परीक्षण के महत्व के बारे में लगातार शिक्षित करें, उन्हें अपने स्वास्थ्य की ज़िम्मेदारी लेने और ऐसी आदत अपनाने में मदद करें जिससे जान बच पाए।”

भारत में 32% नए स्तन कैंसर

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में भारत में 32% नए मामले स्तन, मुंह और गर्भाशय ग्रीवा (सर्वाइकल) के कैंसर के थे। देश में, 26% मामलों के साथ महिलाओं में होने वाला स्तन कैंसर पहले नंबर पर था और इसके बाद 17% मामलों के साथ सर्वाइकल कैंसर का स्थान था। हालांकि, वैश्विक स्तर पर स्तन कैंसर, दुनिया भर में सभी नए वार्षिक कैंसर मामलों का 12.5% रहता ​​है, जो इसे सबसे आम रूप से होने वाला कैंसर बनाता है। युवा महिलाओं में इसका निदान अपेक्षाकृत दुर्लभ है, 45 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में आठ में से केवल एक महिला में इनवेसिव स्तन कैंसर का निदान किया जाता है, जबकि 55 या उससे अधिक उम्र की महिलाओं में तीन में से दो इनवेसिव स्तन कैंसर के मामलों का पता चलता हैं।

स्तन परीक्षण की आदत डाले

अभिनेत्री और स्तन कैंसर सर्वाइवर, महिमा चौधरी ने कहा, “स्तन कैंसर से जूझने की वजह से मैं शुरुआती दौर में इसके पता लगने के महत्त्व और प्रभाव को प्रत्यक्ष रूप से जानती हूं। इस वजह से एसबीआई लाइफ का थैंक्स ए डॉट अभियान मेरे दिल के बहुत करीब है क्योंकि यह महिलाओं को खुद स्तन परीक्षण की आदत बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान और प्रशिक्षण प्रदान करता है।

कार्यक्रम का समापन मुंबई पुलिस बल की महिला दस्तों को हॉट वॉटर बैग के वितरण के साथ हुआ और साथ ही एक संवादपरक सत्र का भी आयोजन हुआ, जिसमें उन्हें स्तन के स्व-परीक्षण, जल्दी पहचान होने तथा इसके तरीके के महत्व के बारे में शिक्षित किया गया। एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इस उद्देश्य के प्रति प्रतिबद्ध है और देश भर में स्तन कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए जागरूकता फैलाने और नवोन्मेषी उपकरणों की सुविधा प्रदान करने से जुड़े अपने प्रयास जारी रखेगी।

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