अलीगढ़। प्रदेश सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है, इसके बाद भी दबंगों का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। गुंडे माफिया लगातार समाज विरोधी काम को अंजाम दे रहे है। शनिवार रात दबंगों ने एक दुकानदार को इसलिए गोली मार दी, क्योंकि उसने उन्हें तेज रफ्तार में बाइक चलाने से टोका था। इस तरह की दबंगई अलीगढ़ के पॉश इलाके से सामने आई। सिगरेट की दुकान चलाने वाले वृद्ध के पेट में गोली लगने से उसे बचाया नहीं जा सका। घटना की वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है
दुकान में घुसकर मारी गोली
अलीगढ़ के सुरेंद्र नगर में विधायक अनिल पाराशर वाली गली की शुरूआत में अशोक गुप्ता का आवास है। ऊपरी मंजिल पर परिवार के साथ वह रहते है नीचे मुख्य रोड साइड कॉन्फैक्शनरी है। चंद कदमों पर बगल वाली दूसरी गली में भाजपा के ही दूसरे विधायक एमएलसी डा.मानवेंद्र प्रताप सिंह का आवास है। मुख्य रोड पर आसपास और भी कई दुकानें हैं। अशोक गुप्ता का दिव्यांग बेटा दीपू दिन में दुकान संभालता है।
शाम को भीड़ अधिक होने पर अशोक गुप्ता दुकान पर आ जाते है। शनिवार शाम आठ बजे अशोक व उनका बेटा दुकान पर बैठे थे। इसी दौरान दो बाइक से चार युवक आकर रुके आसपास का माहौल देखकर दो युवक दुकान में घुसकर अशोक गुप्ता पर फायरिंग कर दी। पेट में गोली लगने के बाद अशोक शोर मचाते हुए दुकान के बाहर तक आए और सीढ़ियों पर गिर गए। लोगों के शोर मचाते ही हमलावर वहां से भाग गए।
एक आरोपी सीसीटीवी में कैद
आसपास के दुकानदार एकत्रित हुए और घायल अशोक गुप्ता को विष्णुपुरी स्थित नर्सिंग होम ले जाया गया। जहां उन्हें प्राथमिक इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। देर रात अत्यधिक रक्तस्राव के चलते अशोक को मृत घोषित कर दिया गया। जहां सूचना पर एसएसपी कलानिधि नैथानी, एसपी सिटी मृगांक शेखर पाठक, सीओ तृतीय अशोक कुमार सिंह व इंस्पेक्टर क्वार्सी आदि पहुंच गए। प्राथमिक जांच में रोडरेज में हत्या होना उजागर हुआ है।दुकानदार की गोली मारकर हत्या की सूचना पर विधायक अनिल पाराशर भी मेडिकल कॉलेज पहुंच गए थे। वहीं पुलिस ने सीसीटीवी की मदद से एक बुलट सवार को चिह्नित किया है।
पहले से चल रहा था विवाद
सीसीटीवी की मदद से कुछ घटनाक्रम कैद पाया है। जिसमें ये घटना रोडरेज से जुड़ी नजर आ रही है। साथ में घटना से पहले बुलट सवार से हुए मृत दुकानदार के भतीजे का विवाद भी सामने आ गया है। पुलिस के अनुसार जांच में सामने आया कि इस घटना से कुछ देर पहले बुलट सवार युवक का पड़ोस में रहने वाले दुकानदार का साढ़ू बेटा भवतोष दीपू के साथ दुकान पर मौजूद था। इसी बीच तेज रफ्तार बुलट सवार युवक तेज हॉर्न बजाते हुए निकला । इस पर भवतोष ने तेज रफ्तार व तेज आवाज को लेकर टोकाटाकी करते हुए ऐतराज जताया।
सिगरेट के रुपये मांगने पर गोली मारी
अभी तक की पुलिस जांच में सामने आया कि बाइक सवार जिस समय वहां आएं उन्होंने पहले दुकान पर चढक़र चश्मे वाले भवतोष को पूछा। फिर दुकानदार से सिंगरेट मांगी। जब उन्होंने सिगरेट के रुपये मांगे तो फिर जवाब में गोली मार दी। इसी बीच खुद दिव्यांग बेटे ने भवतोष को फोन पर बताया कि तुमको कोई खोजते हुए आया था और पापा को गोली मार गया। तब भवतोष ने आकर पूरा वाकया पुलिस के सामने आया।
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