पेंगुइन प्रकाशित कर रही है भारत के सबसे बड़े घरेलू आभूषण ब्रांडों में से एक-कल्याण ज्वेलर्स की असाधारण यात्रा

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Penguin publishes the extraordinary journey of Kalyan Jewellers, one of India's largest homegrown jewelery brands
द गोल्डन टच, त्रिशूर से मामूली सी शुरुआत करने वाले उस दूरदर्शी व्यक्ति के बेहद निजी अनुभवों का ब्योरा प्रस्तुत करती है, जिसने देश में सबसे बड़े आभूषण ब्रांड में से एक की स्थापना की।

बिजनेस डेस्क, मुंबई। प्रतिष्ठित व्यवसायी, कल्याण ज्वेलर्स के संस्थापक टी.एस. कल्याणरमन की आत्मकथा, द गोल्डन टच, नवंबर के आखिर में पूरे देश में रिलीज होने वाली है। यह उस व्यक्ति की प्रेरणादायक यात्रा को दर्शाता है, जिसने 46 साल की उम्र में अपना साम्राज्य शुरू किया था। पेंगुइन बिजनेस इम्प्रिंट के तहत पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया द्वारा प्रकाशित, यह फिलहाल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर प्री-ऑर्डर पर उपलब्ध है। द गोल्डन टच, त्रिशूर से मामूली सी शुरुआत करने वाले उस दूरदर्शी व्यक्ति के बेहद निजी अनुभवों का ब्योरा प्रस्तुत करती है, जिसने देश में सबसे बड़े आभूषण ब्रांड में से एक की स्थापना की।

25,000 करोड़ का कारोबार

कल्याण ज्वेलर्स 25,000 करोड़ रुपये विशाल संगठन है, जिसमें में 8,000 से अधिक लोग काम करते हैं। इस किताब में, एक उद्यमी के रूप में कल्याणरमन की यात्रा और उनके परिवार की 1912 की व्यावसायिक विरासत और ब्रांड – कल्याण ज्वेलर्स बनाने के उनके व्यक्तिगत अनुभव का ज़िक्र है। इसमें बड़े सपने देखने का साहस करने, बाधाओं पर काबू पाने और वैश्विक परिवेश में एक सफल घरेलू कारबार को साम्राज्य में तब्दील करने के बारे में एक विस्तृत परिप्रेक्ष्य प्रदान करता है।

‘द गोल्डन टच

टी.एस. कल्याणरमन ने किताब के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, ‘द गोल्डन टच के ज़रिये मेरा इरादा था, कल्याण ज्वेलर्स की विकास गाथा पेश करने का। यह आत्मकथा मेरी यात्रा और भारतीय उद्यमिता की अंतर्निहित दृढ़ता को दर्शाती है। मुझे उम्मीद है कि पाठकों को एक छोटे शहर के सपने देखने वाले व्यक्ति के उद्यमी बनने की कहानी से प्रेरणा मिलेगी। द गोल्डन टच, भारतीय उद्यम जगत में मौजूद असीमित संभावनाओं का प्रमाण है।

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