अमरोहा। यूपी अमरोहा जिले में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक स्कूल बस पर तीन नकाबपोशों ने फायरिंग कर दी, बच्चों को नुकसान पहुंचाने के लिए ईंटें बरसाईं। हालांकि बच्चों ने सीट के नीचे छिपकर जान बचाई, जिस समय यह वारदात हुई, उस समय बस में कुल 28 छात्र सवार थे। चालक ने बस भगाकर किसी तरह बच्चों की जान बचाई। बता दें कि गजरौला से दरियापुर बुजुर्ग गांव में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह का स्कूल है। उनकी पत्नी ब्लॉक प्रमुख हैं।
वीरेंद्र सिंह के भतीजे पुनीत ने बताया कि चौकपुरी गांव निवासी मोंटी सैनी स्कूल बस पर चालक है। वह इस बस से नगला माफी, चौकपुरी, लखमिया, हयातपुर आदि गांवों के बच्चों को स्कूल में लाने और घर पहुंचाने की ड्यूटी करता है। शुक्रवार सुबह वह बच्चों को लेकर आ रहा था। बस में 28 छात्र-छात्रा सवार थे। 7.50 बजे वह खादगुर्जर और नगला माफी के बीच एक पुलिया के निकट पहुंचा तो रास्ते में खड़े युवक ने अपनी बाइक रास्ते में लगाकर स्कूली बस रोक ली।
मुख्य आरोपी को लिया हिरासत में
इस बीच आम के बाग में छिपे उसके दो साथी आ गए। उन्होंने बस पर फायरिंग कर दी। ईंटें भी बरसाईं। जिस पर चालक ने बस को गजरौला की तरफ तेज रफ्तार से दौड़ा दिया। बाइक सवारों ने उसका पीछा किया लेकिन चालक आगे बढ़ने में कामयाब रहा। सुरक्षित जगह पहुंचकर चालक ने पुलिस और स्कूल प्रबंधन को फोन कर घटना की सूचना दी। सूचना पर पुलिस आला अधिकारी मौके पर पहुंचे सहमे छात्र-छात्राओं से जानकारी ली। चालक से भी पूछताछ की। पुलिस ने चालक की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मुख्य आरोपी अनुज को हिरासत में ले लिया है।
स्कूटी में टक्कर लगने से रखता था रंजिश
गांव नगला माफी निवासी अनुज की स्कूटी पांच दिन पहले इस स्कूल बस से टकरा गई थी। उस समय बस चालक मोंटी और अनुज के बीच कहासुनी हुई थी। तब मामला शांत हो गया था, लेकिन अनुज उससे रंजिश रखने लगा। आरोप है कि रंजिश के चलते अनुज ने शुक्रवार को अपने फायरिंग करने में नामजद अनुज निवासी नगला माफी के परिजन भी शुक्रवार शाम थाने में आए। यहां पर उन्होंने पुलिस से मिलकर कहा कि उनके बेटे को गलत फंसाया जा रहा है।
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