मैनपुरी। पिछले दस साल से सत्ता से दूर अखिलेश यादव का बहराइच हिंसा पर पहला बयान सामने आया। उन्होंने इस हिंसा का आरोप सीधे- सीधे बीजेपी पर लगाया। उनका कहना है कि भाजपा ने उपचुनाव में फायदा के लिए गोपाल मिश्रा की हत्या करवाई। सपा प्रमुख सोमवार को मैनपुरी की करहल विधानसभा से तेज प्रताप यादव के नामांकन में पहुंचे। मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कि इस बार तेज प्रताप यादव भारी बहुमत से जीतकर जाएंगे। मैनपुरी के लोगों ने सपा और नेताजी का हमेशा साथ दिया है। करहल की जनता समाजवादी पार्टी को हमेशा चुनती रही है। इस बार चुनाव में पहले से अधिक समर्थन मिलेगा, जिसके चलते चुनाव परिणाम ऐतिहासिक होने वाला है।
नामांकन में पहुंचे थे अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि उपचुनाव में पीडीए से भाजपा घबराई हुई है। अब तो भाजपा पीडीए का नाम लेना भी भूल गई है। उन्होंने कहा कि चैनलों को चिंता थी कि तेज प्रताप ने तिलक कितना बड़ा लगाया है। विकास की कोई चिंता नहीं थी। समाजवादियों के विकास को भाजपा ने रोकने का काम किया है। लोकसभा चुनाव की लड़ाई जीतने के बाद भाजपा थोड़ी बहुत रुकी है। भाजपा सारी संस्थाओं से खुद को ऊपर समझती है। अब जमीनों पर कब्जा करने का काम भी कर रही है। बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा ने बहराइच में जानबूझकर दंगा कराया है। वजह भी साफ है कि चुनाव आ गया है। सवालों के जवाब न देने और राजनीतिक लाभ लेने के भारतीय जनता पार्टी ने ये साजिश रची है। वहां पर्याप्त प्रशासन और पुलिस का इंतजाम नहीं किया गया।
मूर्ति विसर्जन के दौरान हुआ था बवाल
बता दें कि बहराइच में मूर्ति विसर्जन के दौरान बवाल हुआ था। मुस्लिमों ने गोपाल मिश्रा नाम के युवक की घर में खींचकर बर्बरता पूर्वक हत्या की थी। इस घटना से आक्रोशित जनता ने सड़क् पर उतरकर काफी बवाल किया था। इस मामले में अब तक 30 से अधिक लोग गिरफ्तार हो चुके है। कई अभी फरार है। वहीं मृतक का परिवार आरोपियों के इनकाउंटर की मांग कर रहा है।
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