नई दिल्ली। साइबर ठग हर रोज लोगों को ठगने के लिए नए— नए तरीके इजाद कर रहे हैं। कभी बैंक अधिकारी तो कभी किसी विभाग का अधिकारी बनकर लोगों को फोन करके उनकी डिटेल जानकार उनकी गाढ़ी कमाई उड़ा लेते हैं। सरकार लोगों को सतर्क करने के लिए प्रचार— प्रसार करती है, इसके बाद भी लोग साइबर ठगों के जाल में फंस रहे। हाल ही में कुछ उपभोक्ताओं के पास टेलीकॉम विभाग के कर्मचारी बनकर फोन कर रहे है कि आपका मोबाइल नंबर दो घंटे में बंद हो जाएगा। अगर आपकों अपना मोबाइल नंबर बंद होने से बचाना है तो आप नौ दबाए या चार दबाए, इसके बाद फ्राड उसके मोबाइल एक्सेस लेकर उसे हैक कर लेता और सारी जानकारी लेकर उसके खाते को चट कर जा रहे है।
साइबर ठगों से लोगों को बचाने के लिए सरकार ने एडवाइरी जारी की है कि किसी भी अनजान नंबर से फोन आए तो उसे रिसीव नहीं करें। ऐसा फोन आने से लोग घबरा जाते है और सारी जानकारी देते है।अगर आप के पास भी इस तरह का कॉल आए तो घबराएं नहीं। यह भारत सरकार का दूरसंचार विभाग नहीं बल्कि साइबर ठगों का ‘टेलीकॉम डिपार्टमेंट’ है।
इस तरह डराते है जालसाज
साइबर एक्सपर्ट के अनुसार ठग बिजली बिल, गैस बिल के बाद दूरसंचार विभाग के नाम से इस नए तरीके के स्कैम का सामना काफी लोग हो चुके है। खुद भारत सरकार के डाट (डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्यूनिकेशन) ने एडवाइजरी जारी कर लोगों को ऐसी कॉल से आगाह किया है। साइबर पुलिस अफसर के मुताबिक, दूरसंचार विभाग के नाम से आ रहीं कॉल्स के अनेकों मामले पिछले कुछ समय से संज्ञान में आए हैं। रिकॉर्डेड कॉल में कहा जाता है कि मोबाइल नंबर दो घंटे बाद बंद हो जाएगा। कुछ मामलों में यह धमकी भी दी जाती है कि उनका मोबाइल नंबर अवैध एक्टिविटी में पाया गया है। ऐसी स्थिति में सतर्क रहें। डिपार्टमेंट ऐसी कॉल नहीं करता। साथ ही विदेशी ओरिजिन मोबाइल नंबरों से आने वाली व्हाट्सऐप कॉल्स से भी सावधान रहें जिनमें फर्जीवाड़ा करने वाले लोग खुद को सरकारी अधिकारी बताते हैं।
ऐसे बचे ठगी से
- अनजान कॉल को इग्नोर करें
- दूरसंचार विभाग ऐसी कॉल नहीं करता
- उस नंबर की संचार साथी के चक्षु पेज पर अवश्य शिकायत करें
- फ्रॉड या धमकी पर साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें
- साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर कंप्लेंट करें
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