अयोध्या: अयोध्या की मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान जारी है इस बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक तस्वीर पोस्ट कर आरोप लगाया है कि मिल्कीपुर के उपचुनाव में पुलिस अधिकारी मतदाताओं का आईकार्ड चेक कर उन्हें डराने की कोशिश कर रहे हैं। दोपहर 3:00 बजे तक 57 फीसदी से ज्यादा वोट पड़ चुके हैं। यदि इतने ही समय की तुलना 2022 में हुए विधानसभा चुनाव से की जाए तो तब 51.84 फीसदी वोट ही पड़े थे। इस तरह इस बार मतदान प्रतिशत काफी बढ़ गया है। वोटरों में खासा उल्लास है। सुबह 7:00 बजे से शुरू हुआ, दोपहर 3:00 के बाद भी जारी है। मतदान शाम 5:00 बजे तक होगा। वर्ष 2022 में 59.95 फ़ीसदी मतदान हुआ था। इस बार मतदान इस आंकड़े को पार कर जाने के लिए आतुर दिख रहा है।
विपक्ष हताश और निराश है: राजभर
ओपी राजभर का कहना है कि “मिल्कीपुर उपचुनाव एनडीए उम्मीदवार के पक्ष में है, विपक्ष हताश और निराश है। अगर रोने से उन्हें वोट मिल सकते हैं तो समाजवादी पार्टी के सदस्यों को लखनऊ और दिल्ली से रोना शुरू करना चाहिए। मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर बूथ संख्या 243 पर फर्जी मतदान हो रहा है। सपा का आरोप है कि प्रशासन के संरक्षण में बाहरी मतदाता वोट डाल रहे हैं। सपा ने चुनाव आयोग से संज्ञान लेने की अपील की है।
सपा का फर्जी मतदान का आरोप
सपा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा कि मिल्कीपुर विधानसभा में बूथ संख्या 4, 5, 69, 93, 100, 139, एवं 176 पर प्रशासन और भाजपा नेताओं द्वारा फर्जी मतदान कराया जा रहा है। सपा ने चुनाव आयोग से संज्ञान लेने की अपील की है। साथ ही निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने की मांग की है।मिल्कीपुर विधानसभा में बूथ संख्या 4, 5, 69, 93, 100, 139, एवं 176 पर प्रशासन और भाजपा नेताओं द्वारा कराया जा रहा फर्जी मतदान।
सपा को एजेंटों को भगाने का आरोप
सांसद ने कहा कि मिल्कीपुर में कई जगह पर ईवीएम खराब हुई। सपा के बूथ एजेंटों को भगा दिया गया और कई जगहों पर फर्जी मतदान हुआ है। उन्होंने बूथ नंबर 412 पर मिल्कीपुर के एसडीएम पर सपा कार्यकर्ताओं को धमकाने का आरोप लगाया है। कहा कि एसडीएम ने धमकी देते हुए कहा कि यहां से भाग जाओ नहीं तो जिस तरह तुम्हारा सांसद रो रहा था, चुनाव बाद तुम्हें भी रोना पड़ेगा। बता दें कि बीते दिनों एक दलित युवती की दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में मीडिया को संबोधित करते हुए सांसद अवधेश प्रसाद रो पड़े थे। उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था।
इसे भी पढ़ें…