प्रयागराज :महाकुंभ में मंगलवार रात हुई भगदड़ के बाद कुछ देर के लिए स्थिति खराब हो गई थी, प्रशासन के प्रयास से हालात सामान्य होने पर अखाड़ों ने अमृत स्नान के लिए डुबकी लगानी शुरू की। आम लोगों के लिए भी स्नान की कई घाटों पर व्यवस्था की गई है। प्रशासन का अनुरोध है कि आप जहां पर भी हैं वहीं स्नान का लाभ ले लीजिए। मौनी अमावस्या पर स्नान के बाद स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज ने कहा कि ‘मैं सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी को ‘स्नान’ के लिए की गई व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद और बधाई देना चाहता हूं। हमने पवित्र स्नान किया और लोगों की शांति और समृद्धि के लिए कामना की।
संत शाम को डुबकी लगाएंगे
बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री बोले- जो श्रद्धालु जहां हो वहीं स्नान करें महाकुंभ में मची भगदड़ पर बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, मैंने कल रात एक वीडियो संदेश प्रसारित कर श्रद्धालुओं से आग्रह किया था कि वे जहां भी हों, पवित्र स्नान करें। यहां करोड़ों श्रद्धालु एकत्र हुए हैं और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। जो घटना हुई है कल रात वह दर्दनाक है। मैं भक्तों से बस इतना कहना चाहता हूं कि धैर्य रखें। अखाड़ों और संतों ने फैसला किया कि वे शाम को डुबकी लगाएंगे ताकि भक्तों को कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
मौनी अमावस्या के अवसर पर त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगा रहे साधु-संतों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई। पवित्र स्नान करने का सिलसिला जारी है। जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा है, ‘देश के तीनों शंकराचार्य आज यहां पवित्र डुबकी लगाने जा रहे हैं, कल देर रात हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और हर कोई दुखी है लेकिन हमें सतर्क रहना चाहिए कि ऐसी कोई घटना न हो।’ श्रद्धालुओं से धैर्य बनाए रखने और कुंभ क्षेत्र में कहीं भी पवित्र स्नान करने की अपील करता हूं, ऐसा कोई विशिष्ट स्थान नहीं है जहां श्रद्धालु डुबकी लगाने के लिए एकत्र हों।
पांच करोड़ लोग पहुंचे
मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के दौरान त्रिवेणी के घाटों से ड्रोन से तस्वीरें ली गई। आज दोपहर 1बजे तक करीब पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई है। आज तक पवित्र डुबकी लगाने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 20 करोड़ को पार कर गई है।