अमृतसर। एक तरफ राजनीतिक दल भारत रत्नी भीम राव आंबेडकर के सम्मान के लिए लड़ाई लड़ रही है। विपक्षी नेता राहुल गांधी हो, अखिलेश यादव या आप संयोजक केजरीवाल सभी भाजपा पर संविधान को बदलने का आरोप लगा रहे है। दूसरी ओर आप शासित पंजाब राज्य में गणतंत्र दिवस के मौके पर उपद्रवियों ने संविधान को आग लगा दी और बाबा साहब की प्रतिमा को खंडित करने की कोशिश की गई। इसकी जानकारी लगते ही विभिन्न दलित समुदाय के संगठनों ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर उपद्रवी ने अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने की कोशिश की। इसके साथ ही वहां रखे संविधान को भी आग के हवाले कर दिया। वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया पुलिस ने मौके पर ही बदमाशों को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
गणतंत्र दिवस पर महापाप
जहां पूरा देश रविवार को 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है, वहीं दूसरी ओर आप शासित राज्य पंजाब में महापाप किया गया। संविधान लागू होने के दिन हीसंविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा जो अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित है उसे एक शरारती व्यक्ति द्वारा तोड़ने का प्रयास किया गया तथा संविधान को भी आग के हवाले कर दिया। इस मौके पर मौजूद लोगों ने उसे नीचे उतर पुलिस के हवाले किए। जब इस बात की जानकारी विभिन्न दलित समाज संगठनों को मिली तो वे मौके पर पहुंचे और अपना विरोध जताया।
आरोपी गिरफ्तार
दलित समाज के नेताओं ने कहा कि हमने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास पुलिस सुरक्षा की भी मांग की थी, लेकिन पुलिस ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और आज कुछ शरारती तत्वों द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित कर दिया। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है, लेकिन हम चाहते हैं कि उस व्यक्ति को हमारी इच्छा के अनुसार सजा मिले। वहीं जब इस मामले में मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी विशालजीत सिंह एसपी अमृतसर सिटी वन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है और वह व्यक्ति अमृतसर से बाहर के जिले का रहने वाला है। फिलहाल उसके अमृतसर आने के कारणों का भी पता लगाया जाएगा और पुलिस उससे सख्ती से पूछताछ करेगी। इस घटना को लेकर विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने अमृतसर बंद का एलान किया है।
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